कोरोना वायरस ने आईपीएल (IPL) को भी नहीं छोड़ा. तीन दिन में 10 खिलाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया. जिस कारण से आईपीएल को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करना पड़ गया. यही नहीं अब सभी खिलाड़ियों और स्टाफ को वापस घर भेजा जा रहा है. आईपीएल में अभी 31 मैच करवाए जाने बाकी थे. अब हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों आईपीएल को जल्दबाजी में स्थगित कर दिया गया.
पंजाब और दिल्ली चाहते थे खेलना IPL
खिलाड़ियों और सपोर्टिंग स्टाफ के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद सभी टीमों और अधिकारियों से बात की गई थी. जिसमें पंजाब टीम ने आईपीएल (IPL) को जारी रखने पर मत दिया था. वहीं दिल्ली कैपिटल्स के खेमे से दो तरह की बात आ रही थी. खिलाड़ी चाहते थे कि लीग चालू रखी जाए.
जिससे उनके पास इस बार ख़िताब जीतने का मौका नम रहा है तो वो उसे भुना सकें. यहीं उनके चेयरमैन पार्थ जिंदल का कहना था कि आईपीएल को फ़िलहाल के लिए स्थगित कर दिया जाए. इसके साथ ही मुंबई इंडियंस के आकाश अंबानी भी लीग को रद्द करने के पक्ष में थे.
विदेशी खिलाड़ियों ने किया मना
आईपीएल (IPL) से जुड़े कुछ विदेशी और एक-दो देशी खिलाड़ी पहले ही लीग को बीच में छोड़ कर लौट चुके हैं. लीग को बंद करने की मांग बहुत पहले से उठ रही थी. लेकिन, फ्रेंचाइजियों ने कहा था कि उन्हें और उनके खिलाड़ियों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो रही है.
यहां तक कि कुछ फ्रेंचाइजियों ने यह दावा तक किया था कि उनकी टीम में शामिल विदेशी खिलाड़ियों को कोई भी दिक्कत नहीं है. लेकिन, अब खबर ऐसी आ रही है की विदेशी खिलाड़ियों ने ही खेलने से मना कर दिया. जिस वजह से आईपीएल को स्थगित करना मुख्य कारण बन गया.
सितम्बर में हो सकते हैं बचे हुए मैच
कुछ दिनों बाद से ही सभी टीमों के अंतरराष्ट्रीय मैच शुरू ही जाएंगे. ऐसे में आईपीएल (IPL) के बचे हुए मैचों को करवाने में काफी ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. सबसे पहले तो 18-22 जून तक विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेला जाना है.
उसके बाद 4 अगस्त से 14 सितम्बर तक भारतीय टीम को इंग्लैंड के साथ टेस्ट मैच खेलने हैं. इसके बाद एक ही बड़ा टूर्नामेंट है जो अक्टूबर में खेला जाएगा. इससे पहले सिर्फ सितम्बर में ही 20-25 दिन बीसीसीआई (BCCI) को मिल सकते हैं. जिसमें वो आईपीएल के बचे हुए मैच करवा सके.