इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन के बचे हुए 31 मुकाबले यूएई में 19 सिंतबर से खेले जाने वाले हैं। जिसका तमाम क्रिकेट फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मगर अब खबर आ रही है कि पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) 2022 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से टकरा सकती है, क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को अपनी T20 लीग के लिए शेड्यूलिंग समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। असल में आमतौर पर फरवरी-मार्च में PSL खेली जाती है, लेकिन उस दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम पाकिस्तान दौरे पर आ रही है।
फरवरी-मार्च में पाकिस्तान दौरे पर आएगी ऑस्ट्रेलिया टीम
पाकिस्तान सुपर लीग का आयोजन आमतौर पर फरवरी-मार्च में होता है, जिसमें 6 टीमें हिस्सा लेती हैं। मगर अगले साल इसमें बदलाव हो सकता है। असल में फरवरी-मार्च में ऑस्ट्रेलिया की टीम, पाकिस्तान के दौरे पर आ सकती है। ऐसे में PSL 2022 को उस वक्त आयोजित करना असंभव होगा। ऑस्ट्रेलिया का ये पाकिस्तान दौरा मेजबान टीम के लिए बहुत अहमियत रखता है क्योंकि उन्होंने 1998-99 के बाद से दौरा नहीं किया है।
IPL 2022 व PSL 2022 की टकरा सकती हैं तारीखें
अब जबकि फरवरी-मार्च में पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) का आयोजन नहीं हो सकेगा, तो जाहिर है कि लीग को आगे शिफ्ट किया जाएगा और PSL के मैचों को पूरा करने के लिए पीसीबी को 47 दिनों की जरुरत होती है। अब चिंता की बात ये है कि यदि पीएसएल 2022 को आगे शिफ्ट करते हुए अप्रैल-मई में आयोजित किया जाता है, तो उस वक्त आईपीएल 2022 भी खेला जा रहा होगा।
क्रिकइंफो की खबर के मुताबिक, PCB आम तौर पर फरवरी-मार्च में पाकिस्तान सुपर लीग का आयोजन करता है. ऐसा करने से IPL की तारीखों से उसके क्लैश होने का खतरा नहीं होता, जिस वजह से विदेशी खिलाड़ियों के लिए भी दोनों लीग में खेलना आसान होता है। लेकिन अगले साल ऑस्ट्रेलिया के होने वाले पाकिस्तान दौरे के चलते PCB 2022 अप्रैल-मई की विंडो तलाश रहा है। ये वो वक्त है जब इधर BCCI भी अपनी T20 लीग यानी कि IPL का आयोजन करता है।
IPL 2022 में हिस्सा लेंगी 10 टीमें
अगले सीजन में तो आईपीएल में 8 के बजाए 10 टीमें हिस्सा लेंगी, तो लीग 60 के बजाए 70 दिनों तक चल सकती है। 25 दिसंबर से 15 फरवरी तक एक और विंडो उपलब्ध है। लेकिन इससे विदेशी खिलाड़ियों का हिस्सा लेना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि सभी बड़े खिलाड़ी अपनी राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे होंगे।
यदि पीसीबी, आईपीएल 2022 के दौरान PSL का आयोजन करती है, तो कई खिलाड़ियों को दोनों में से एक लीग को चुनना पड़ सकता है। यकीनन इससे पाकिस्तान की फ्रेंचाइजियों को नुकसान हो सकता है।