बीते डेढ महीने से इंग्लैंड दौरे पर मौजूद टीम इंडिया (IND vs ENG) को श्रृंखला के आगाज से पहले 3 झटके लगे हैं. ऐसे में पृथ्वी शॉ (Prithvi shaw) को लेकर लगातार एक के एक खबरें सामने आ रही हैं. दरअसल शुभमन गिल, आवेश खान और वॉशिंगटन सुंदर के चोटिल होने के बाद से ही इन रिप्लेसमेंट के तौर पर बहस जारी है. ऐसे में अब बीसीसीआई ने भी सूर्यकुमार यादव और सलामी बल्लेबाज को इंग्लैंड भेजने को लेकर ऑफिशियल अनाउंसमेंट कर दी है. जल्दी ही दोनों ब्रिटेन में मौजूद टीम से जुड़ेंगे.
ऐसे में ओपनर के तौर पर पहले से ही भारतीय टीम के साथ इंग्लिश सरजमीं पर पहुंचे दो सलामी बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी. कैसी होगी दबाव की स्थिति, इस पर हम अपनी इस खास रिपोर्ट में चर्चा करेंगे...
इस सलामी बल्लेबाजी की वजह से इन दो खिलाड़ियों की बढ़ेगी परेशानी
शुभमन गिल (Subhman Gill) के चोटिल होने के बाद से ही सलामी बल्लेबाज की जोड़ी को लेकर सवाल उठते रहे हैं. लेकिन, अब ये समस्या खत्म हो गई है. क्योंकि पृथ्वी शॉ (Prithvi shaw) इंग्लैंड दौरे पर जा रहे हैं. आखिरी बार उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम में शामिल किया गया था. लेकिन, सिर्फ 1 मैच की ही प्लेइंग 11 में उन्हें जगह मिली थी. जिसमें उनके बल्ले से सिर्फ 4 रन निकले थे. इसके बाद उन्हें आखिरी के तीनों मैच से बाहर कर दिया गया था.
यहां तक कि इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई घरेलू टेस्ट सीरीज में भी उन्हें चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज कर दिया था. इसके बाद जब इंग्लैंड दौरे के लिए 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए 20 मुख्य सदस्यीय टीम का ऐलान हुआ तो भी उन्हें शामिल नहीं किया गया था. लेकिन, गिल की इंजरी ने उनकी बंद किस्मत को खोल दिया है. तो वहीं मयंक अग्रवाल और अभिनमन्यु ईश्वरन की समस्या अब बढ़ गई है. या यूं कहें कि, इन दोनों पर दबाव ज्यादा बढ़ गया है.
अग्रवाल पर पहले से ज्यादा होगा दबाव
दरअसल गिल के चोटिल होने के बाद पहले से ही इंग्लैंड में मौजूद मयंक अग्रवाल और स्टैंडबाई खिलाड़ी अभिमन्यु ईश्वरन (Abhimanyu easwaran) के लिए ओपनिंग के रास्ते आसानी से मिल गए थे. हाल ही में काउंटी के खिलाफ खेले गए प्रैक्टिस मैच में मयंक अग्रवाल (mayank agarwal) ने शुरूआत करते हुए 47 रन का पारी भी खेली थी. हालांकि वो इस बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके थे. लेकिन, उन्हें टीम को अच्छी शुरूआत दिलाई थी. उनके इस प्रदर्शन को देखते हुए टीम में रोहित के साथ उनकी जोड़ी पक्की मानी जा रही है.
लेकिन, अब जब पृथ्वी शॉ (Prithvi shaw) भी इस दौरे पर पहुंच रहे हैं तो मयंक पर दबाव पहले से ज्यादा होगा. क्योंकि उन्हें अपना 100 प्रतिशत देना होगा. यदि इसमें फ्लॉप हुए तो शॉ को मौका देने में भारतीय मैनेजमेंट जरा भी देरी नहीं लगाएगी. मयंक को आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा टेस्ट मैच में मौका मिला था. जिसमें उन्होंने दोनों पारी में सिर्फ 47 रन बनाए थे. इसके बाद से वो भी टेस्ट टीम से बाहर चल रहे थे. ये बड़ा कारण है कि, उन पर दबाव की स्थिति होगी क्योंकि इस समय पृथ्वी शॉ जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं.
ईश्वरन को मौका मिलने की उम्मीद भी खत्म?
इसके अलावा बात करें अभिमन्यु ईश्वरन की तो, फर्स्ट क्लास मैच में उनका प्रदर्शन बेहद उम्दा रहा है. यही वजह है कि, उन्हें बैकअप के तौर पर टीम इंडिया (Team India) में चुना गया है. कहीं ना कहीं अग्रवाल के फ्लॉप होने के बाद उन्हें सलामी बल्लेबाज के तौर पर मौका मिलने की उम्मीद थी. लेकिन, पृथ्वी शॉ (Prithvi shaw) की वजह से उन पर भी काफी दबाव होगा. ऐसे में उन्हें डेब्यू का मौका मिलना ना के बराबर लग रहा है. फर्स्ट क्लास में उन्होंने कुल 64 मैच खेले हैं. 43.57 की औसत से उन्होंने कुल 4401 रन बनाए हैं. इस पारी में 13 शतक और 18 अर्धशतक शामिल है.