इंग्लैंड क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स (Ben Stokes) दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं। विश्व का प्रत्येक युवा हरफनमौला खिलाड़ी उनके जैसा बनने का सपना देखता है। बेन स्टोक्स ने अपने दमदार प्रदर्शन के बूते इंग्लैंड को बहुत से मुकाबले जिताए हैं। हर टीम उनके (Ben Stokes) जैसा खिलाड़ी चाहती है। टीम इंडिया के पास भी एक ऐसा खिलाड़ी है, लेकिन हार्दिक पंड्या की वजह से वो इस खिलाड़ी को मौका नहीं दे पा रहे हैं। टीम से बाहर रखकर इस खिलाड़ी का करियर बर्बाद हो रहा है।
टीम इंडिया के पास है Ben Stokes जैसा खिलाड़ी
वैसे तो भारतीय टीम के पास कई दमदार ऑलराउंडर्स प्लेयर हैं, लेकिन टीम को बेन स्टोक्स जैसे किसी धुरंधर की खोज है। रवींद्र जडेजा, हार्दिक पंड्या, रविचंद्रन अश्विन जैसे हरफनमौला खिलाड़ी भारत के बल्लेबाजी और गेंदबाजी विभाग को काफी मजबूती प्रदान करते हैं। इसमें कोई दोराय नहीं है कि रवींद्र जडेजा, हार्दिक पंड्या और रविचंद्रन अश्विन टीम इंडिया के धाकड़ ऑलराउंडर्स में से हैं, लेकिन टीम के पास एक ऐसा भी खिलाड़ी मौजूद है जो बेन स्टोक्स को टक्कर दे सकता है। ये खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेल चुके प्रेरक मांकड (Prerak Mankad) हैं।
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Ben Stokes से निकल सकता है आगे
प्रेरक मांकड (Prerak Mankad) भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू नहीं कर सके हैं, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन कर सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। आईपीएल की मंच पर भी उनका शानदार परफ़ोर्मेंस देखने को मिली है। हालांकि, यहां उन्हें अपनी प्रतिभा साबित करने का मौका नहीं मिल सका है। पर डोमेस्टिक सर्किट पर वह कमाल के नजर आए हैं। उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से ही योगदान दिया है। इसके बावजूद वह टीम इंडिया में अब तक जगह नहीं बना सके हैं। इसी वजह है अनुभवी खिलाड़ी हार्दिक पंड्या।
ऐसा रहा है डोमेस्टिक करियर
29 वर्षीय हार्दिक पंड्या की वजह से प्रेरक मांकड टीम इंडिया का टिकट नहीं हासिल कर पाए हैं। हार्दिक पंड्या ने अपने अनुभव और प्रतिभा के दम पर टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है। इसलिए प्रेरक मांकड (Prerak Mankad) को अभी टीम में शामिल नहीं किया जा रहा है। प्रेरक मांकड ने 46 फर्स्ट क्लास मैच में 31.34 की औसत के साथ 2006 रन ठोके हैं। इसमें उन्होंने 43 विकेट भी अपने नाम दर्ज की है। लिस्ट के 53 मैच उन्होंने 35.54 की औसत से 1535 रन बनाए और 38 सफलता हासिल की।
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