आईपीएल में सबसे कम इस्तेमाल किए गए खिलाड़ियों की प्लेइंग इलेवन बनाई जाए तो मचेगा धमाल
Table of Contents
भारत में खेले जाने वाले आईपीएल (IPL) को क्रिकेट के सबसे रोमांचक टूर्नामेंट के रूप में माना जाता है. यह टूर्नामेंट रोमांचक होने के साथ ही सबसे बड़ा टूर्नामेंट भी है. आईपीएल के सबसे बड़े टूर्नामेंट होने का कारण उसके सभी फ्रेंचाइजियों के पास खिलाड़ियों की अधिकता का होना भी है.
दरअसल सभी टीमें इतने खिलाड़ी लेकर बेंच तैयार करती है कि किसी खिलाड़ी को चोट या किसी और तरह की दिक्कत हो जाए तो उनकी जगह लेने वाले खिलाड़ियों की कमी नहीं हो सकती. वहीं इतने खिलाड़ियों के एक टीम में होने के कारण कई बार ऐसा भी होता है कि कुछ खिलाड़ियों को पूरे-पूरे सीजन में एक भी मैच खेलने को नहीं मिल पाता. ऐसे में आज हम बहुत ढूंढकर ऐसे ही खिलाड़ियों को लाए हैं जिन्हें पूरे सीजन में ही बैठाया गया था.
IPL के कम इस्तेमाल किए गए 11 खिलाड़ी
1. अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane, MI)
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2021/05/post_image_2f87254.jpg)
भारतीय टीम के लिए 90 एकदिवसीय और 20 टी20 मैच खेल चुके अजिंक्य रहाणे आईपीएल (IPL) में इस वक्त दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते हैं. आईपीएल में उनकी शुरुआत मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए की थी. लेकिन, उस सीजन में वो सिर्फ दो ही मैच खेल पाए थे. उसके बाद उनको 2009 में भी उनको सिर्फ 8 मैचों में ही खेलने का मौका मिल पाया.
इस सत्र में भी वो सिर्फ 144 रन ही बना सके थे. इसके बाद 2010 के सीजन में जब मुंबई के कैंप में अंबाती रायुडु को शामिल किया गया. तब अजिंक्य रहाणे को टीम से बाहर कर दिया गया. इसके बाद 2011 में जब उन्हें राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने गए तब उनकी बल्लेबाजी में और ज्यादा निखार आ गया. यहाँ तक की उसके बाद से 2 शतक और 26 अर्धशतक लगा चुके हैं.
2. के एल राहुल (KL Rahul, RCB)
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2021/05/KL-Rahul-RCB.jpg)
2020 से पंजाब किंग्स की कप्तानी सम्भालने वाले के एल राहुल की भी IPL की शुरुआत कुछ अच्छी नहीं रही थी. 2013 में ही उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने अपनी टीम का हिस्सा बनाया था. लेकिन, पांच मैचों में वो सिर्फ 20 रन ही बना सके थे. इसके साथ ही बाकी के मैचों में उन्हें बेंच पत्र ही बैठाये रखा गया. जिसके बाद 2014 में उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने अपनी टीम में शामिल कर लिया.
हालांकि अगले दो साल भी उनके लिए ज्यादा अच्छे नहीं रहे. इसके बाद 2016 में उन्होंने बैंगलोर के लिए भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था. लेकिन, चोट की वजह से वो अगले सीजन में टीम का हिस्सा नहीं बन सके थे. जिसके बाद टीम ने उन्हें फिर से निकाल दिया. उसके बाद उन्हें पंजाब की टीम ने अपना हिस्सा बनाया और उसके बाद सब जानते हैं कि उनका करियर कैसे उचाईयों पर गया.
3. सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav, KKR)
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2021/05/Suryakumar-Yadav-StarSports-screengrab.jpg)
मुंबई इंडियंस की टीम के मुख्य हिस्सा बन चुके सुर्यकुमार यादव की आईपीएल (IPL) में शुरुआत 2010 में मुंबई के लिए शुरू की थी. लेकिन, उन्हें टीम में खेलने का मौका नहीं मिला था. वैसे 2012 में भी वो टीम का हिस्सा रहे थे. इसके बाद 2014 से 2017 तक वो कोलकाता नाईट राइडर्स के लिए भी खेले थे.
लेकिन, ऐसा लगता है कि कोलकाता का साथ उन्हें कुछ रास नहीं आया. इसीलिये तो 4 सीजन के 54 मैचों में उनके बल्ले से सिर्फ 608 रन और एक अर्धशतक ही निकला था. जिसके बाद उन्हें मुंबई इंडियंस ने फिर खरीद लिया. उसके बाद से सभी जानते हैं कि वो मुंबई की टीम और मुंबई की टीम उनके लिए बहुत ज्यादा जरुरी हो गए हैं.
4. ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell, MI)
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2021/05/glenn-maxwell-mumbai-1462304040-800.jpg)
IPL के सबसे विध्वंसक बल्लेबाजों में से एक ग्लेन मैक्सवेल इस समय रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए बल्लेबाजी कर रहे हैं. उन्होंने अपने आईपीएल (IPL) करियर की शुरुआत 2012 में दिल्ली की तरफ से की थी. लेकिन, उस सीजन में उन्हें दो मैचों में सिर्फ 6 रन ही बना सके थे.
यही नहीं 2013 में मैक्सवेल मुंबई इंडियंस की टीम की तरफ से 3 मैचों में शिरकत की थी. इस सीजन में मैक्सवेल भी सिर्फ 36 रन ही बना सके थे. उस वक्त टीम में रोहित शर्मा, किरोन पोलार्ड, ड्वेन स्मिथ जैसे खिलाड़ी होने की वजह से उन्हें बेंच पर ही बैठकर सीजन बिताना पड़ा.
5. एबी डिविलियर्स (AB de Villiers, DD)
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2021/05/AB-de-Villiers-.jpg)
2008 में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से IPL करियर की शुरुआत करने वाले एबी डिविलियर के लिए पहला सीजन कुछ अच्छा नहीं रहा था. उस साल 6 मैचों में सिर्फ 95 रन ही बना सके थे. हालांकि 2009 में जरुर उन्होंने एक शतक और 3 अर्धशतक के साथ 465 रन बनाए थे.
इसके बाद 2010 में भी उनका फॉर्म उनका साथ नहीं दे सका. जिसमें 7 मैचों में वो सिर्फ 111 रन बना सके. साथ ही दिल्ली ने उनके बाकी के मैचों में बेंच पर ही बैठाये रखा गया. दिल्ली ने उन पर भरोसा दिखाया होता तो शायद आज यह दिग्गज खिलाड़ी उनके लिए बल्लेबाजी करता. ना कि रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लोर के लिए.
6. आंद्रे रसेल (Andre Russell, DD)
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2021/05/andre-russell-pti.jpg)
कोलकाता नाईट राइडर्स के सबसे बड़े मैच जिताऊ आंद्रे रसेल ने दिल्ली की फ्रेंचाइजी की तरफ से खेल कर आईपीएल (IPL) की शुरुआत की थी. दिल्ली के लिए सिर्फ दो सीजन में टीम के सदस्य रहे आंद्रे रसेल ने 2012 में 4 और 2013 में 3 मैच खेले थे. जिसमें रसेल के नाम सिर्फ 58 रन और 1 विकेट ही दर्ज हो सका था.
जिसके बाद उन्हें 2014 की नीलामी में कोलकाता की फ्रेंचाइजी ने खरीद लिया और तब से यह आल राउंडर खिलाड़ी इस टीम के लिए अपनी धाकड़ बल्लेबाजी और गेंदबाजी का मुजायरा पेश कर रहा है. यही नहीं वर्तमान सीजन में उन्होंने मुंबई के पांच बल्लेबाजों के विकेट भी सिर्फ 2 ओवर में जी झटक लिए हैं.
7. अक्षर पटेल ( Axar Patel, MI)
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2021/05/Axar-Patel-MI.jpg)
वर्तमान में दिल्ली कैपिटल्स के लिए अपनी स्पिन गेंदबाजी का जलवा बिखेरने वाले अक्षर पटेल, अपने पहले आईपीएल (IPL) मैच के लिए मुंबई इंडियंस के लिए मैदान पर उतरे थे. मुंबई ने 2013 में अपना पहला आईपीएल ख़िताब जीता था और वह अक्षर का आईपीएल में पहला सीजन था. इस सीजन में पटेल ने एक भी मैच नहीं खेला था.
हां अगले सीजन में जरूर उन्होंने 17 मैचों में 17 विकेट अपने नाम किए थे. लेकिन, फिर भी अगले सीजन में उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. उनका सही से इस्तेमाल ही नहीं किया गया. इसके बाद वो पंजाब की टीम का हिस्सा रहे जिसने उन पर 4 साल तक भरोसा बनाए रखा.
8. यजुवेंद्र चहल ( Yuzvendra Chahal, MI)
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2021/05/Yuzvendra-Chahal-MI.jpg)
पांच बार की IPL विजेता टीम के लिए 2011 से 2013 तक सेवा प्रदान करने वाले यजुवेंद्र चहल को सिर्फ 2013 में एक ही मैच में आजमाया गया था. जिसमें वो एक भी विकेट अपने नाम नहीं कर सके थे. उस वक्त टीम में मिचेल जॉनसन, लसिथ मलिंगा, प्रज्ञान ओझा, ड्वेन स्मिथ, हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ी होने की वजह से चहल को ज्यादातर मैच बेंच पर ही बैठ कर देखना पड़ा था.
इसके बाद लेकिन, 2013 में ही जब मुम्बई की टीम चैम्पियंस लीग टी20 जीती थी तब चहल का उसमें मुख्य योगदान था. बावजूद इसके चहल को फ्रेंचाइजी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया और बैंगलोर ने उन्हें लपकने देर नहीं लगाई. भले ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम एक भी बार ख़िताब अपने नाम ना कर सकी हो. लेकिन, चहल अब इस टीम के मुख्य क्खिलादियों में से एक हैं.
9. जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat, KKR)
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2021/05/Jaydev-Unadkat-KKR.jpg)
वर्तमान में राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाजों में से एक जयदेव उनादकट ने अपने आईपीएल (IPL) करियर को कोलकाता नाईट राइडर्स की तरफ से किया था. 2010 के उस सीजन में उन्होंने 3 मैचों में सिर्फ चार विकेट हासिल किए थे. जयदेव ने कोलकाता के लिए तीन सीजन में 11 मैचों में सिर्फ 10 विकेट ही अपने नाम किए थे.
इसके अलावा उन्हें टीम ने ज्यादा मौके ना देकर सिर्फ बेंच पर ही बैठाए रखा. इसके बाद 2013 में उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और फिर 2014 ने दिल्ली ने अपनी टीम में शामिल किया था. इसके बाद 2016 में वो फिर से कोलकाता की टीम का हिस्सा बने जिसमें वो सिर्फ एक ही मैच खेल सके थे. सच कहें तो कोलकाता की टीम ने उनकी तेज गेंदबाजी का सही से इस्तेमाल नहीं किया था.
10. ट्रेंट बोल्ट (Trent Boult, SRH)
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2021/05/boult.jpg)
मुंबई इंडियंस के लिए पिछले IPL सीजन में 25 और इस सीजन में 8 विकेट अपने नाम कर चुके ट्रेंट बोल्ट को 2015 में सबसे पहले सनराइजर्स हैदराबाद ने अपनी टीम का हिस्सा बनाया था. वो पूरे दो साल टीम में रहे. लेकिन, उन्हें सिर्फ आठ मैच ही खेलने को मिले. जिसमें उनके नाम 10 विकेट दर्ज हो सके.
पहले सीजन में कुछ मैचों में मौका देने के बाद अगले सीजन में जैसे हैदराबाद की टीम ने उन पर भरोसा जताने की कोशिश ही नहीं की. 2016 का खिताब जीतने के बाद इस खिलाड़ी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. इसके बाद इस खिलाड़ी को 2017 में कोलकाता ने आजमाने की सोची, लेकिन सिर्फ 6 मैचों में ही मौका देने के कारण यह खिलाड़ी ज्यादा कमाल नहीं दिखा सका.
11. आशीष नेहरा (Ashish Nehra, DD)
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2021/05/ashishnehra_630-1429966944.jpg)
मुंबई इंडियंस के लिए अपने पहले IPL सीजन के 14 मैचों में 12 विकेट हासिल करने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को 2009 और 2010 के लिए दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने अपनी टीम का हिस्सा बनाया था. 2009 में तो उन्हें मौका दिया गया, लेकिन 2010 में सिर्फ चार मैचों में ही खिलवा कर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
जिसके बाद पुणे वारियर्स का भी हिस्सा बने. 2013 में उन्हें दिल्ली ने फिर से खरीद लिया. जिसमें 10 मैचों में उन्होंने 11 विकेट लिए थे. वैसे तो यह प्रदर्शन बहुत अच्छा था. बावजूद इसके उन्हें दिल्ली की टीम ने रिलीज कर दिया. जिसके बाद वो चेन्नई और अब सनराइजर्स हैदराबाद के लिए मुख्य भूमिका अदा कर रहे थे.
Tagged:
सूर्यकुमार यादव आईपीएल ग्लेन मैक्सवेल अंजिक्य रहाणे अक्षर पटेल एबी डिविलियर्स आंद्रे रसेल जयदेव उनादकट ट्रेंट बोल्ट के एल राहुल आशीष नेहरा यजुवेंद्र चहल