आईपीएल 2022 में दमदार प्रदर्शन दिखाने के बाद दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने भारतीय टीम में प्रेरणादायक वापसी की है। 37 साल की उम्र में, कार्तिक भारत के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर के रूप में उभरे हैं। डेथ ओवरों में कप्तान के लिए डीके (Dinesh Karthik) तुरुप का इक्का है।
बता दें कि कार्तिक (Dinesh Karthik) अपनी बल्लेबाजी की वजह से अपने क्रिकेट करियर के शुरुआत के दिनों से ही काफी सुर्खियां बटोरते हुए नजर आए हैं। साल 2004 में दिनेश ने (Dinesh Karthik) अंडर-19 में डेब्यू किया था, जहां उन्होंने सेमीफाइनल में टीम का नेतृत्व भी किया। दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने टूर्नामेंट में बल्ले से 32 की औसत से 163 रन बनाए और 70* उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
इस दौरान उनका (Dinesh Karthik) स्ट्राइक रेट 113 का रहा। 2004 की अंडर-19 भारतीय टीम में विकेटकीपर-बल्लेबाज के साथ कई ऐसे खिलाड़ी शामिल थे, जो बाद में सीनियर इंडिया में पदार्पण करने वाले थे और कुछ ऐसे जिनका क्रिकेट करियर लंबा, यादगार और सफल रहा। इस आर्टिकल में हम आपको उन 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अंडर-19 वर्ल्ड कप 2004 में दिनेश (Dinesh Karthik) के साथी थे और अब उनकी क्रिकेट जगत में एक अलग पहचान है....
Dinesh Karthik के साथ U-19 WC 2004 खेल चुके हैं ये 5 खिलाड़ी
शिखर धवन
2004 के अंडर-19 विश्व कप में शिखर धवन भारत के विस्फोटक खिलाड़ी थे। उन्होंने टूर्नामेंट में टीम के लिए खेले गए 7 मैचों में 84 के औसत से 505 रन बनाए थे। इसके अलावा टूर्नामेंट में उनके बल्ले से तीन शतकीय पारी भी देखने को मिली थी। हालांकि उस समय टीम इंडिया के पास शीर्ष क्रम में खेलने के लिए कई सीनियर खिलाड़ी मजूद थे, जिस वजह से उन्होंने साल 2010 में टी20 क्रिकेट में पदार्पण करने का मौका नहीं मिल पाया था।
लेकिन उन्होंने इस साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे क्रिकेट में डेब्यू कर लिया था। इसके बाद साल 2013 तक उन्होंने टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर ली थी और तब से उन्होंने विशेष रूप से एकदिवसीय क्रिकेट में अपार सफलता प्राप्त की है। शिखर अब भी वनडे क्रिकेट में खेलते हुए नजर आते हैं, जबकि उन्होंने अपना आखिरी टी20 मैच साल 2021 में श्रीलंका के खिलाफ और टेस्ट मैच 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।
सुरेश रैना
सुरेश रैना भी 2004 U19 विश्व कप में भारतीय टीम के प्रमुख सदस्यों में से एक थे। रैना ने पूरे टूर्नामेंट में कुछ जादुई पारियां खेली। उन्होंने टूर्नामेंट में 90 की औसत से 35 की औसत से 247 रन बनाए, जिसमें तीन अर्द्धशतक शामिल हैं। अंडर-19 2004 के एक साल बाद ही उन्हें भारतीय टीम के मध्यक्रम में शामिल किया गया और एक दशक तक भारत के सफेद गेंद वाली टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा। एमएस धोनी की कप्तानी में उन्होंने भारत के 2011 विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बता दें कि उनकी टीम इंडिया में एंट्री इंडियन प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन दिखाने के बाद हुई। रैना खेल के तीनों प्रारूपों में शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे। हालांकि रेड-बॉल क्रिकेट में उनका प्रदर्शन कभी कुछ नहीं रहा,लेकिन अन्य प्रारूपों में उनका योगदान भारतीय क्रिकेट के लिए मूल्यवान था। टीम इंडिया के लिए लंबे प्रदर्शन के बाद, उन्होंने साल 2020 में 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
उस टीम में एक और बड़ा नाम रॉबिन उथप्पा का है। इस बात दे कोई अनजान नहीं है कि उथप्पा और दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) केकेआर के दिनों से सबसे अच्छे दोस्त थे, लेकिन उनकी बॉन्डिंग U19 खेलने के दिनों से शुरू हो गई होगी। दोनों साल 2004 में अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा थे। रॉबिन उथप्पा सबसे स्टाइलिश बल्लेबाजों में से हैं। केकेआर के साथ आईपीएल जीतने वाले दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 2004 अंडर-19 विश्व कप में दो अर्धशतक जड़े थे, जहां उन्होंने 33 से भी ज्यादा के औसत से 237 रन बनाए।
टूर्नामेंट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 97 रनों की पारी रही। उन्होंने भारत के लिए साल 2006 में डेब्यू किया और 2007 टी20 वर्ल्ड कप विनिंग इलेवन में अहम भूमिका निभाई। हालांकि उनका क्रिकेट करियर कुछ ज्यादा लंबा नहीं रहा। उन्हें टीम के लिए 42 वनडे और 12 टी20 मैच ही खेलने का मौका मिला, जबकि वह टीम के लिए टेस्ट में कभी डेब्यू कर ही ना सके।
अंबाती रायुडू
अंबाती रायुडू 2004 में U19 विश्व कप में भारतीय टीम के कप्तान थे। दिनेश (Dinesh Karthik) ने रायुडू की कप्तानी में ही भारत के लिए अंडर-19 का पहला मैच खेला था। वैसे तो रायुडू एक बल्लेबाज के रूप में अपनी आक्रामकता के लिए जाने जाते थे, लेकिन वह तुरनामनेट में टीम के लिए कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। उन्होंने 24 की औसत से 149 रन बनाए और 69 रन बनाए। उनको टीम सीनियर टीम में खेलने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।
हालांकि 2013 में उनका ये इंतजार खत्म हुआ और उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू मैच खेला, जबकि 2014 में उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ ही अपना फलक टी20 इंटरनेशनल मैच खेला। रायुडू 2018-19 में तब सुर्खियों में आए जब वह एकदिवसीय टीम के नियमित सदस्य बनने के बाद भी 2019 विश्व कप टीम का हिस्सा नहीं बन सके। टीम से बाहर होने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने MI और CSK के साथ कई आईपीएल ट्रॉफी जीती हैं।
आरपी सिंह
बाएं हाथ के स्पिनर, आरपी सिंह अंडर-19 वर्ल्ड को 2004 में भारतीय टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। वह 2004 में U19 विश्व कप में दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) के टीम साथियों में से एक थे। उन्होंने विस्फोटक गेंदबाजी करते हुए 7 मैचों में 3.6 की उत्कृष्ट अर्थव्यवस्था में 8 विकेट झटके। आरपी ने 2005 में भारत में सीनियर पदार्पण किया और जल्द ही एमएस धोनी के तेज गेंदबाज बन गए। 2007 के टी20 विश्व कप में भारत की जीत में आरपी सिंह की अहम भूमिका थी।
आरपी सिंह नई गेंद से अपनी स्विंग गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे। बाएं हाथ के इस सीमर के पास एक तेज इन-स्विंगर था जिसने कई मुकाबलों में बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। लेकिन फिटनेस की कमी और खराब फॉर्म के कारण उनके करियर में गिरावट आई। वह टीम के लिए ज्यादा मुकाबले नहीं खेल पाए, उन्होंने टेस्ट मैच की 19 और वनडे की 20 पारियाँ खेली। वहीं, उन्हें टी20 क्रिकेट में सिर्फ 2 पारियां खेलने को मिलीं।