ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचो की श्रृंखला खेली जा रही है। इस सीरीज पर कंगारू टीम ने 2-0 से कब्जा कर लिया है। वहीं मेहमान अफ्रीकाई टीम इस सीरीज के आखिरी मुकाबले में अपनी लाज बचाने के लिए मैदान पर उतरी। लेकिन, तीसरे मुकाबले का मजा बारिश के कारण किरकिरा हो गया। दूसरे दिन बारिश के कारण जल्द ही मैच को बीच में रोक दिया गया। इसके बाद तीसरे दिन भी एक भी ओवर नहीं फेंका गया। हालांकि,ये मुकाबला उस्मान ख्वाजा की बल्लेबाजी की वजह से सुर्खियों में बना हुआ है। वहीं पैट कमिंस (Pat Cummins) की अजीबो-गरीबो कप्तानी को लेकर भी फैंस उनपर सावल साध रहे है।
Pat Cummins ने ख्वाजा के साथ की नाइंसाफी
ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जा रहे तीसरे मुकाबले में सलामी बल्ल्बेाज उस्मान ख्वाजा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए खेल के दूसरे दिन नाबाद 195 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। उस समय ऑस्ट्रेलियाई टीम 4 विकेट के नुकसान पर 475 रन बना चुकी थी। खेल के तीसरे दिन लगातार बारिश होने के कारण एक भी ओवर नहीं फेंका गया। जिस वहज से वह दोहरा शतक लगाने से महज 5 रनों से चूक गए।
खेल के चौथे दिन बारिश रूकने की वजह से मैच एक बार फिर से शुरू किया गया। लेकिन, इसी बीच कप्तान पैट कमिंस (Pat Cummins) ने एक ऐसी हरकत कर दी। जिसके बाद उन्हें आलोचनाओ का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, चौथे दिन का खेल शुरू होने के बाद पैट कमिंस ने पारी की घोषणी कर दी। जिसके बाद ख्वाजा अपने दोहरे शतक से चूंक जाते है। ख्वाजा नाबाद दोहरे शतक से चूंकने वाले विश्व क्रिकेट में तीसरे खिलाड़ी बन गए है।
ये दो कप्तान भी रह चुके है विवाद में
पैट कमिंस (Pat Cummins) की डेक्लेरेशन ने ना सिर्फ उस्मान ख्वाजा का दिल तोड़ बल्कि सोशल मीडिया पर भी फैंस का पारा बढ़ा दिया। कमिंस की इस घोषणा के बाद फैंस को 2004 वाले राहुल द्रविड़ की याद दिला दी। ठीक इस प्रकार का एक वाक्या 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान टेस्ट मैच में भारत के कप्तान राहुल द्रविड़ ने किया था। उस समय राहुल ने भी ऐसे ही पारी घोषित की थी।
जब सचिन तेंदुलकर 194 पर नाबाद खेल रहे थे। उस डेक्लेरेशन को लेकर आज भी द्रविड़ की आलोचना की जाती है और इसे द्रविड़ के करियर का एक सबसे खराब फैसला माना जाता है।ऐसे में कमिंस का ये फैसला भी उनके कप्तानी पर सवालिया निशान बना हुआ है। इससे पहले 1960 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैच में जी एलेक्डजे़ंडर के साथ भी हो चुका है। जब उनके बल्लेबाज़ फ्रैंक वोरेल 197 पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे। तभी पारी घोषित कर दी थी।