पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) को इंग्लैंड की दूसरे दर्जे की टीम के हाथों एकदिवसीय सीरीज में 3-0 से हार का सामना करना पड़ा है। तीसरे मैच में बाबर आजम ने 158 रनों की कप्तानी पारी भी खेली, लेकिन परिणाम अच्छा नहीं रहा। इस हार के बाद से चारों ओर पाकिस्तान की टीम की फजीहत हो रही है। उनके टीम के पूर्व क्रिकेटर्स भी अपनी टीम को लेकर बयान दे रहे हैं। इस बीच पूर्व स्पिनर सईद अजमल ने अपनी टीम की नीतियों पर सवाल उठाए हैं।
बाबर के शतक के बाद भी हार गया Pakistan
Pakistan को तीसरे वनडे मैच में इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में बाबर आजम ने 158 रनों की पारी खेलकर इतिहास रचा। वह वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 14 शतक ठोकने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। अब पूर्व पाकिस्तानी स्पिनर सईद अजमल ने अपने YouTube वीडियो में कहा,
“बाबर आजम ने 81 पारियों में 14 शतक बनाए हैं। अब मुझे क्या कहना चाहिए? शानदार पारी खेलने के बाद भी उन्हें निराश होकर (पाकिस्तान की हार के बाद) पवेलियन लौटना पड़ा। मेरे साथ भी ऐसा हुआ करता था। मैंने पांच विकेट लिए लेकिन टीम हार जाती थी। मैं केवल दो या तीन टॉप खिलाड़ी देख सकता हूं।”
सईद ने गिनाईं टीम की कमियां
पाकिस्तान ने इंग्लैंड के साथ खेले गए तीनों ही मैचों में हार का सामना किया है। अब अजमल ने Pakistan टीम की कमियां गिनाई हैं। उन्होंने कहा,
“गेंदबाजी में भी, दो या तीन गेंदबाजों के अलावा, मुझे उनमें से कोई भी क्वालिटी गेंदबाज नहीं दिखता है। हम ऐसे कैसे बचे रहेंगे? हमारा मिडिल ऑर्डर अभी भी फ्लॉप है। यदि शीर्ष क्रम प्रदर्शन करता है तभी हम सराहनीय स्कोर बना सकते हैं। जब भी शीर्ष क्रम विफल होता है तो हमारी टीम पूरी तरह से ध्वस्त हो जाती है। इंग्लैंड और भारत के पास अब दो टीमें हैं, हमारी एक जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रही है।”
चयन समिति पर उठाए सवाल
अजमल ने आगे Pakistan की टीम चयन नीति पर सवाल उठा। उनका कहना है कि टीम मैनेजमेंट किसी खिलाड़ी की फिटनेस के बजाय उसके कौशल को अधिक महत्व दे रहा है। उन्होंने कुछ खिलाड़ियों का उदाहरण भी किया और कहा,
“हम तीन साल से रो रहे हैं कि हमें युवाओं की भूमिका निभाने की जरूरत है और हमें अपने फिटनेस स्तर में सुधार करने की जरूरत है। आपने क्या हासिल किया? अब हम एक बार फिर वापस आ गए हैं- फिटनेस लेवल को छोड़ दें, अब हमें टैलेंट की जरूरत है। अब आप शरजील खान, आजम खान को लेकर आए हैं। अब आप कहने लगे हैं कि हम खिलाड़ियों में कौशल देखना चाहते हैं। फिटनेस महत्वपूर्ण है लेकिन ऐसी खराब नीतियां नहीं होनी चाहिए जहां खिलाड़ियों के पास फिटनेस और कौशल की कमी हो।"