इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के सामने इस बीच काफी मुश्किलें आ खड़ी हुई हैं। एक दिन पहले ही बोर्ड ने तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन (Ollie Robinson) पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर प्रतिबंध लगाया है, जिसका कारण उनके द्वारा 8-9 साल पहले नस्लभेदी कमेंट व पोस्ट थे। मगर अब रिपोर्ट्स के हवाले से खबर आ रही है कि इंग्लैंड का एक और खिलाड़ी नस्लभेदी टिप्पणी के कारण बोर्ड के रडार पर है वह फिलहाल न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट स्क्वाड का हिस्सा हैं।
एशियाई मूल के लोगों पर किए थे आपत्तिजनक टिप्पणी
Ollie Robinson पर बैन लगाने के बाद इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड अब इस मामले में आगे जांच कर रहा है और अब उनके सामने एक और इंग्लिश खिलाड़ी का नाम सामने आया है। इस खिलाड़ी ने भी पुराने ट्वीट पर आपत्तिजनक पोस्ट किए जाने की बात सामने आ रही है।
क्रिकेट वेबसाइट विजडन.कॉम ने इस बारे में खुलासा किया है कि कुछ साल पहले इंग्लैंड क्रिकेट टीम के इस खिलाड़ी ने नस्लभेदी ट्वीट किए थे. रिपोर्ट के मुताबिक, इंग्लैंड पुरुष टीम का ये क्रिकेटर फिलहाल न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में स्कवॉड का हिस्सा है हालांकि, इस रिपोर्ट में खिलाड़ी का नाम नहीं बताया गया है क्योंकि ये ट्वीट किए जाने के वक्त इस क्रिकेटर ने 16 साल की उम्र पूरी नहीं की थी।
ईएसपीएन-क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, इस क्रिकेटर ने अपने ट्वीट में एशियाई मूल के लोगों को लेकर आपत्तिजनकर बात लिखी थी. इतना ही नहीं, एक ट्वीट में समलैंगिकता को लेकर भी अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था।
इंग्लैंड बोर्ड के संज्ञान में आ चुका है मामला
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड नस्लभेदी टिप्पणी करने पर जीरो टॉलरेंस नीति पर काम करती है। इसीलिए उन्होंने किवी टीम के खिलाफ डेब्यू मैच में चमकते हुए तेज गेंदबाज Ollie Robinson के मामले पर तुरंत कार्रवाई की और उन्हें बैन कर दिया। अब रिपोर्ट में इस प्रवक्ता के हवाले से बताया गया है,
“हमारे संज्ञान में लाया गया है कि इंग्लैंड के एक खिलाड़ी ने काफी पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट की थी। हम इसको देख रहे हैं और सही वक्त पर प्रतिक्रिया देंगे।”
Ollie Robinson ने मानी गलती
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ओली रॉबिनसन (Ollie Robinson) ने न्यूजीलैंड के खिलाफ डेब्यू मैच में 7 विकेट चटकाए थे। उम्मीद की जा रही थी कि वह दूसरे मैच में भी कीवी टीम पर भारी पड़ेंगे, मगर इससे पहले बोर्ड ने उनके 8 साल पुराने सोशल मीडिया पोस्ट के कारण बैन कर दिया गया। हालांकि खिलाड़ी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा,
"मुझे अपने कृत्यों पर बेहद खेद है और मैं इस तरह की टिप्पणियां करने पर शर्मसार हूं। उन्होंने पहले आधिकारिक प्रसारक और फिर अन्य मीडिया के लिए यह बयान पढ़ा। मैं तब विचारशून्य और गैर जिम्मेदार था और तब मेरी मनोदशा जैसी भी रही हो, मेरा काम माफी योग्य नहीं था। मैं नहीं जानता कि ये ट्वीट अब भी मौजूद है। मैं हर किसी से माफी मांगना चाहता हूं। मुझे इस पर बहुत खेद है। मैं नहीं चाहता कि आठ साल पहले जो कुछ हुआ उससे मेरे साथियों और ईसीबी के प्रयासों को कम करके आंका जाए क्योंकि उसने व्यापक पहल आौर प्रयासों के साथ सार्थक कार्रवाई जारी रखी है जिसका मैं पूर्ण समर्थन करता हूं।"