ऑस्ट्रेलिया में खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया की विशाल बल्लेबाजी की पोल खुल गई है. इस विदेशी दौरे पर स्टार बल्लेबाजों ने निराशा किया. जिसके बाद उनके करियर पर संन्यास की तलवार लटक गई है. इस लिस्ट में विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा का नाम टॉप पर चल रहा है.
खराब बल्लेबाजी के चलते फैंस दोनों खिलाड़ियों के थेंक्स बोल रहे हैं. वहीं इन दोनों खिलाड़ियों के अलावा एक और भारतीय खिलाड़ी ऐसा है जिसे जबरन टेस्ट क्रिकेट से संन्यास दिलवाना पड़ सकता है. आइए जानते हैं उस प्लेयर के बारे में...
Virat Kohli और रोहित शर्मा के संन्यास की उठी मांग
विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा टीम इंडिया के मुख्य बल्लेबाजों में शुमार है. लेकिन, दोनों खिलाड़ी अपने करियर के अंतिम दौर में प्रवेश कर चुके हैं. बढ़ती उम्र का असर उनकी बल्लेबाजी पर साफ देखने को मिला है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट-रोहिक असहज नजर आए हैं. बल्ले से कोई बड़ी पारी देखने को नहीं मिली.
बता दें कि रोहित शर्मा ने 15 पारियों में 10 रनों का आंकड़ा पार नहीं किया. जबकि किंग कोहली 17 पारियों में 9 बार दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाए. उनके इस खराब प्रदर्शन के बाद फैंस के सब्र का बांध टूट गया और सोशल मीडिया पर दोनों खिलाड़ियों के संन्यास ने तूल पकड़ लिया है.
इस खिलाड़ी की अब टीम इंडिया को टेस्ट में नहीं जरूरत
भारतीय टीम के ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या लंबे समय टेस्ट प्रारूप का हिस्सा नहीं है. उन्होंने साल 2018 में आखिरी बार इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट खेला था. तब से उन्होंने इस प्रारूप से दूरी बना ली है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो हार्दिक पांड्या का शरीर इस प्रारूप के इजाजत नहीं देता है. जिसके बाद स्थिति साफ है कि वह इस प्रारूप में कमबैक नहीं करने वाले हैं. ऐसे में पांड्या कभी इस प्रारूप को अलविदा कह सकते हैं.
हार्दिक पाड्या का टेस्ट में कुछ ऐसा रहा है करियर
हार्दिक पांड्या के टेस्ट करियर की बात करे तो उन्होंने साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू किया था. जबकि 2 साल बात ही उन्होंने इस प्रारूप से अपने हाथ पीछे खींच लिए. पांड्या ने भारत के लिए 11 टेस्ट खेले हैं. जिनकी 18 पारियों में 31.29 की औसत से 532 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 4 अर्धशक देखने को मिले. वहीं गेंदबाजी करते हुए हार्दिक पांड्या ने 17 विकेट अपने खाते में जोड़े. इस दौरान 1 बार 5 विकेट लेने में भी सफल रहे.