Rohit Sharma: मेलबर्न टेस्ट में मिली हार के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) टेस्ट प्रारूप को सिडनी के बाद समाप्त कर सकते हैं। लेकिन सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन लंच ब्रेक के दौरान खुद कप्तान ने इस कयासों पर पूर्ण विराम लगा दिया और कहा कि वह फिलहाल इस फॉर्मेट को छोड़ने की फिराक में नहीं हैं। लेकिन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 सीरीज के खत्म होने के तुरंत बाद ही भारत के एक दिग्गज खिलाड़ी ने संन्यास की घोषणा कर दी है। इस खिलाड़ी के संन्यास के बाद उनके फैंस सदमें में हैं। हालांकि, इस खिलाड़ी ने सिर्फ सफेद गेंद के खेल को अलविदा कहा है लेकिन रेड बॉल क्रिकेट में यह वापसी करेगा।
BGT के बाद संन्यास की घोषणा
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने भले ही अभी तक रिटायरमेंट का ऐलान नहीं किया लेकिन 34 वर्षीय ऋषि धवन ने जरूर ये फैसला कर चौंका दिया है। उन्होंने सीमित ओवरों से संन्यास की घोषणा कर दी है। हिमाचल प्रदेश के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले धवन ने विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 में ग्रुप स्टेज की समाप्ति के बाद यह बड़ा कदम उठाया है। धवन भारत के लिए कई मुकाबलों में टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। हालांकि, उनका अंतरराष्ट्रीय करियर उतना लंबा नहीं रहा, जितना की उन्होंने खुद उम्मीद की थी। धवन ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट को शेयर करते हुए संन्यास की घोषणा की। धवन ने कहा कि भारी दिल के साथ, लेकिन मुझे इसका पछतावा नहीं है।
''मैं भारतीय क्रिकेट (लिमिडेट ओवर) से संन्यास की घोषणा करता हूं। यह एक ऐसा खेल है, जिसने बीते 20 वर्षों से मेरी जिंदगी को अलग तरह से परिभाषित किया है। इस खेल ने मुझे काफी खुशी और ढेर सारी यादें दी हैं। जो हमेशा मेरे दिन के करीब रहेंगी। साथ ही धवन ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI), हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन, पंजाब किंग्स, मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स का भी धन्यवाद किया है।''
बना चुके हैं 9 हजारे से अधिक रन
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के संन्यास की संभावनाएं जता रहे फैंस को ऋषि ने झटका दे दिया है। सही मायनों में ऋषि धवन (Rishi Dhawan) एक परफेक्ट ऑलराउंडर खिलाड़ी रहे हैं, उन्होंने घरेलू क्रिकेट में गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी कई बेहतरीन पारियां खेली हैं। 34 वर्षीय इस खिलाड़ी के नाम 9 हजार के आसपास रन हैं तो वह 650 से ज्यादा विकेट हासिल कर चुके हैं। धवन ने अपने करियर में 134 लिस्ट ए मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 29.74 की औसत के साथ 186 विकेट लिए हैं, तो 38.23 की औसत से उन्होंने 2906 रन बनाए हैं।
लिस्ट ए के अलावा वह 135 टी20 मैचों में 121.33 की बेहतर स्ट्राइक रेट के साथ 1740 रन बना चुके हैं, तो इस दौरान उन्होंने गेंदबाजी में 118 विकेट हासिल किए हैं। धवन की कप्तानी में ही हिमाचल प्रदेश ने पहली बार साल 2021-22 में पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी जीती थी। उस समय धवन ने न सिर्फ बल्ले से रन बनाए बल्कि लगातार विकेट भी हासिल की। 2021-22 में धवन सबसे अधिक विकेट और सबसे अधिक रन बनाने वालों की सूची में टॉप 5 में शामिल रहे थे। यह टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी हैं। उन्होंने तब 458 रन और 17 विकेट चटकाए थे।
भारत के लिए खेले इतने मुकाबले
ऋषि धवन को भारत के लिए अधिक मौके नहीं मिले हैं। धवन ने 17 जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने एकदिवसीय करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने भारत के लिए सिर्फ 3 वनडे मुकाबले खेले, जिसमें वह 1 विकेट हासिल कर पाए। इसके अलावा वह भारत के लिए 1 टी20आई मुकाबला भी खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 1 विकेट हासिल किया था।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा धवन इंडियन प्रीमियर लीग में 2013 में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में मुंबई इंडियंस के लिए डेब्यू किया था। धवन ने आखिरी मुकाबला पिछले साल पंजाब किंग्स के लिए खेला था। उन्होंने इस लीग में सिर्फ 39 मुकाबले खेलने का अवसर मिला था, जिसमें वह 25 विकेट के साथ 210 रन ही बना पाए थे। मेगा ऑक्शन में धवन अनसोल्ड रहे थे।
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