भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है. इस सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों ने काफी निराश किया. विराट कोहली से लेकर रोहित शर्मा की एक ना चली. सिडनी टेस्ट में रोहित शर्मा को खराब बल्लेबाजी के चलते प्लेइंग-11 से बाहर कर दिया. शुभमन गिल को मौका मिला. लेकिन, खिलाड़ी बदला पर हालात नहीं. इस सीरीज में टेस्ट क्रिकेट महारथी चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और अजिंक्य रहाणे को काफी मिस किया.
लेकिन, भारत के पास युवा खिलाड़ियों की भरमार है. पुजी और अजिंक्य को रिप्लेस करने का माद्दा रखते हैं. ऐसे में चयनकर्ताओं को इस 27 साल के बल्लेबाज को टीम में शामिल करना चाहिए जो अपनी बैटिंग से टीम इंडिया की बैटिंग ऑर्डर में चार चांद लगा देगा. आइए जानते हैं उस धुरंधर प्लेयर के बारे में...
Cheteshwar Pujara और अजिंक्य रहाणे की वापसी मुश्किल!
चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और अजिंक्य रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में लोहे के चने चबाने पर मजबूर किया है. पुजारा BGT ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं. जबकि रहाणे ने अपनी कप्तानी में कंगारू टीम को चूल चटाई है. लेकिन, दोनों खिलाड़ी अपने करियर के आखिर दौर में है.
टीम इंडिया के उनके लिए दरवाजे बंद हो चुके हैं. मगर, भारत को बैक अप में ऐसे धाकड़ खिलाड़ियों का पुल तैयार करना चाहिए था जो पुजारा और रहाणे की तरह लंबी बल्लेबाजी कर पाते. मौजूदा समय में भारतीय टीम की हालात ऑस्ट्रेलिया में ऐसी देखने को नहीं मिलती इससे पहले कभी ऐसा नहीं देखने को मिला कि भारत एक दिन भी पिच पर नहीं कर पाई हो.
टेस्ट टीम को है इस 27 साल के बल्लेबाज की जरूरत
टेस्ट क्रिकेट धीरे धीरे बदल रहा है. इस प्रारूप में आक्रामक सोच से बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ियों को भी चांस दिया जा रहा है. ट्रैविस हेड को देख लीजिए उन्होंने अपने स्भाविक खेल से टेस्ट क्रिकेट में गहरी छाप छोटी, भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत भी कुछ इसी तरह से खेलते हैं. यही वजह कि प्रेशर में भी दूसरी टीम मूमेंटम शिफ्ट कर देते हैं. ऐसे में भारत को बाएं हाथ के बल्लेबाज रिंकू सिंह को भी टेस्ट में डेब्यू का चांस देना चाहिए. वह भी टेस्ट में ट्र्रैविस हेड की तरह कारगर साबित हो सकते हैं.
रिंकू सिंह का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में है शानदार रिकॉर्ड
रिंकू सिंह उबरते बल्लेबाजों में एक हैं उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से क्रिकेट प्रेमियों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी. उन्होंने टी20 में एक खास मुकाम हासिल किया है. वनडे में भी उनके बल्ले से कुछ अच्छी पारिया देखने को मिली है. ऐसे में रिंकू सिंह को टेस्ट टीम में शामिल किए जाने की मांग उठ रही है.
क्या बीसीसीआई उन्हें टेस्ट टीम में डेब्यू का चांस दे सकते हैं. क्योंकि, लाल बॉल क्रिकेट में रिंकू के शानदार आंकड़े हैं जो इस बात की गवाही दे रहे हैं कि वह व्हाइट बॉल के बाद टेस्ट में भी कारगर साबित हो सकते हैं. बता दें कि रिंकू सिंह ने फर्स्ट क्लास् क्रिकेट में 72 पारियों में 54.68 की औसते से 3336 रन बनाए हैं. जिसमें 7 शतक और 22 अर्धशतक शामिल है.