No Ball: कल यानि 13 अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच आईपीएल 2022 का 24वां मुकाबला मुंबई के डॉ. डीवाई पाटिल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया था। इस मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल 2022 की अपनी पहली जीत खोजी।
चेन्नई सुपर किंग्स ने रॉयल चैलेंजर्स को 23 रनों से हार का स्वाद चखाया। लेकिन रॉयल चैलेंजर्स की बैटिंग के दौरान ड्वेन ब्रावो द्वारा एक नो बॉल (No Ball) डाली गई थी, जिसके बाद से यह नो बॉल (No Ball) काफी चर्चा में है। आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए यह बताने जा रहे हैं कि कितनी टाइप की नो बॉल (No Ball) होती है....
क्यों ड्वेन की बॉल को अंपायर ने करार दिया No Ball?
दरअसल रॉयल चलेनर्स बैंगलोर की बैटिंग के दौरान ड्वेन ब्रावो ने 14वां ओवर डाला। जब ड्वेन ने अपने ओवर की चौथी गेंद कराई तो अंपायर ने इस गेंद को नो बॉल करार दिया। पहले तो फैंस को लगा कि शॉर्ट फाइन लेग पर खड़े अंबाती रायुडू 30 गज के बाहर थे, इसलिए गेंद नो बॉल थी।
इसके बाद एमएस धोनी, रायडू और ब्रावो ने अंपायर से इस बारे में बात की। फिर यह बात सामने आई कि लेग साइड में विकेट के स्क्वेयर के पीछे दो से ज्यादा फील्डर नहीं हो सकते और उस टाइम सीएसके के तीन फील्डर वहां मौजूद थे जिस वजह से इस गेंद को नो बॉल करार दिया। लेकिन यह बात बहुत ही कम फैंस को पता है कि लेग साइड में स्क्वेयर से पीछे दो से ज्यादा फील्डर नहीं रखे जा सकते, जिस वजह से यह मसले का कारण बन गया।
क्या होती है No Ball?
नो बॉल (No Ball) एक ऐसी गेंद होती है जिसे वैध गेंद नहीं माना जाता है। यदि किसी गेंद को नो बॉल घोषित किया जाता है, तो बल्लेबाजी करने वाली टीम को उस पर एक रन मिलता है। यह रन टीम के खाते में जुड़ जाता है। यह बल्लेबाज के स्कोर से संबंधित नहीं है। यदि बल्लेबाज नो बॉल पर बल्ले से कोई रन बनाता है, तो वह निश्चित रूप से उसके और टीम के खाते में जुड़ जाएगा।
साथ ही उस गेंद को फिर से सही तरीके से फेंकना होता है। हालांकि यह गेंद मान्य नहीं होती है, लेकिन यह खेलने वाले बल्लेबाज के खाते में जुड़ जाती है। नो बॉल (No Ball) पर बल्लेबाज रन आउट के अलावा किसी भी तरह से आउट नहीं होता। निर्धारित ओवरों के क्रिकेट यानी वनडे और टी20 में जब एक नो बॉल फेंकी जाती है तो अगली गेंद फ्री हिट होती है। इस ओवर पर बल्लेबाज बोल्ड या कैच नहीं हो सकता है। उसको केवल रन आउट या स्टंप किया जा सकता है।
कब-कब होती है No Ball?
क्रिकेट की कानून बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब की वेबसाइट के मुताबिक,
1. यदि बॉलिंग के समय क्रीज की फ्रंट लाइन के पीछे गेंदबाज के पैर का कोई हिस्सा नहीं होता है, तो गेंद नो बॉल होती है। नो बॉल के मामले में फिलहाल अंपायर काफी सख्त हैं। ऐसे में गेंद फेंकते समय पैर का कुछ हिस्सा क्रीज के अंदर होना चाहिए। भले ही पैर लाइन पर हो, फिर भी इसे नो बॉल माना जाता है।
2. यदि गेंद फेंकते समय गेंदबाज का पिछला पैर साइड की रेखा से बाहर और गेंदबाजी क्रीज की तरफ रहता है, तो गेंद नो बॉल होती है।
3. अगर फुल टॉस की गेंद बल्लेबाजी करने वाले बल्लेबाज की कमर के ऊपर रहती है, तो नो बॉल होती है।
4. यदि गेंदबाज गेंद फेंकने से पहले अपना तरीका नहीं बताता है, तो उसे नो बॉल माना जाता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई गेंदबाज दाएं हाथ से गेंदबाजी कर रहा है, लेकिन फिर अचानक बाएं हाथ से गेंद फेंकता है, तो नो बॉल कहा जाएगा। इसी तरह ओवर द विकेट बॉलिंग करते समय भी नो बॉल होती है, भले ही आप बिना बताए विकेट के आसपास गेंदबाजी करते हों।
5. अगर अंपायर को लगता है कि गेंदबाज थ्रो फेंक रहा है, तो नो बॉल है।
6. यदि गेंदबाज रन अप लेने से पहले गेंद फेंकता है, तो यह नो बॉल है।
7. अगर गेंद बल्लेबाज के पास पहुंचने से पहले दो बार बाउन्स करती है तब भी नो बॉल होती है।
8. अंडर आर्म बॉल फेंकना नो बॉल है।
9. यदि गेंद बल्लेबाज के बल्ले से टकराने से पहले रुक जाती है, तो वह नो बॉल है।
10. यदि विकेटकीपर बल्लेबाज के संपर्क में आने से पहले स्टंप से पहले गेंद को पकड़ लेता है, तब भी यह नो बॉल है।
11. अगर गेंद पिच से बाहर बाउन्स करती है तो वह नो बॉल है।
12. यदि लेग साइड पर स्क्वायर (स्टंप लाइन के पीछे) के पीछे दो से अधिक फील्डर तैनात हैं, तो नो बॉल होती है
13. अगर अंपायर को लगता है कि गेंदबाज खतरनाक तरीके से गेंद फेंकता है तो वह नो बॉल है।
14. यदि गेंद फेंकते समय गेंदबाज का हाथ कंधे के नीचे चला जाता है, तो यह नो बॉल है।
15. यदि गेंदबाज बॉलिंग करते समय नॉन-स्ट्राइक एंड के स्टंप्स को हिट करता है, तो नो बॉल है।
16. यदि बॉल बैटर के सिर के ऊपर से निकल जाती है तो तब भी अंपायर नो बॉल करार कर सकता है।
17. अगर अंपायर को लगता है कि विकेटकीपर की पोजीशन सही नहीं है तो नो बॉल दी जा सकती है।