वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बीच खेले गए पहले T20I मैच में मेजबान विंडीज टीम ने 18 रन से शानदार जीत दर्ज की। इस मैच में किरोन पोलार्ड की जगह कार्यवाहक कप्तान के रूप में Nicholas Pooran मैदान पर उतरे। ये पहला मौका था जब पूरन अपनी राष्ट्रीय टीम में बतौर कप्तान खेल रहे थे। इस मैच को जीतने के बाद पूरन ने खुशी जाहिर करते हुए उस रणनीति का खुलासा किया, जिसने ऑस्ट्रेलिया को हार का स्वाद चखाने में मदद की।
वेस्टइंडीज ने 18 रनों से जीता मैच
वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले T20I मैच में टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने फील्डिंग करने का फैसला किया। परिणामस्वरूप पहले बल्लेबाजी करने उतरी Nicholas Pooran की कप्तानी वाली वेस्टइंडीज की टीम 145-6 स्कोर ही बना सकी। लक्ष्य छोटा जरुरत था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के लिए इसे हासिल करना मुश्किल हो गया, क्योंकि वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट चटकाए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिचेल मार्श ने 51 रनों की पारी जरूर खेली, लेकिन दूसरा कोई बल्लेबाज क्रीज पर टिक नहीं सका और पूरी टीम 127 के स्कोर पर ही ढेर हो गई। परिणामस्वरूप वेस्टइंडीज ने 18 रनों से मैच को अपने नाम कर लिया। सीरीज में विंडीज ने 1-0 की बढ़त हासिल कर ली और अब सीरीज का दूसरा मैच 10 जुलाई को खेला जाएगा।
Nicholas Pooran ने किया रणनीति का खुलासा
कीरोन पोलार्ड की गैरमौजूदगी में युवा विस्फोटक बल्लेबाज निकोलस पूरन (Nicholas Pooran) ने बतौर कप्तान अपने पहले ही मुकाबले में वेस्टइंडीज को शानदार जीत दिलाई। इस मैच में जीत के बाद पूरन ने कहा,
"क्या शानदार मैच था। कप्तान के रूप में यह मेरा पहला मुकाबला था। मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज हारने के बाद हम जानते थे कि हमें कमबैक करना होगा और सही चीजें करनी होंगी। हमने उतना बड़ा स्कोर खड़ा नहीं किया, जितना हम चाहते थे। हालांकि, 145 एक चुनौतीपूर्ण स्कोर था।"
मैच जीतने के लिए थी विकेटों की जरुरत
146 रनों के आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की ओर से मिचेल मार्श (51) के अलावा और कोई टिक ही नहीं सका। इस दौरान ओबेड मेके ने 4, हेडेन वॉल्श 23 व फेबियन एलेन 2 और आंद्रे रसेल ने 1 विकेट चटकाए। जिसके बाद वेस्टइंडियन कप्तान Nicholas Pooran ने आगे कहा,
"हमने खिलाड़ियों से पूरा दमखम दिखाने को कहा और उन्होंने ऐसा ही किया। बल्लेबाजों को पर्याप्त श्रेय नहीं दे सकते। उन्होंने आक्रामकता दिखाई और हमने गेंदबाजों को आक्रमण करने के लिए कहा। हमने कहा कि डटे रहो और उन्होंने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। हम जानते थे कि मैच जीतने के लिए हमें विकेटों की जरूरत है।"