वेस्ट इंडीज़ टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज़ निकोलस पूरन (Nicholas Pooran) अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी के लिए बखूबी जाने जाते हैं. वे लंबे-लंबे हिट्स लगाने में माहिर हैं. यही कला देखकर इनकी, आईपीएल मेगा ऑक्शन 2022 में सनराइज़र्स हैदराबाद ने इनको 10.75 करोड़ रूपये में खरीद लिया. इस बात से सब काफी हैरान थे क्योंकि पूरन काफी समय से फॉर्म में नहीं चल रहे थे. लेकिन इस बार हैदराबाद ने इन पर भरोसा जताया है. ऐसे में ऑक्शन में मोटी रकम मिलने की वजह से पूरन (Nicholas Pooran) ने विंडीज़ टीम मेट्स को जमकर पार्टी दी है.
Nicholas Pooran ने दी पिज़्ज़ा पार्टी
आईपीएल मेगा ऑक्शन 2022 में आक्रामक शैली के बल्लेबाज़ निकोलस पूरन (Nicholas Pooran) पर सनराइज़र्स हैदराबाद ने दिल खोलकर पैसा लुटाया है, और उनके खराब प्रदर्शन के बाद भी उनपर काफी भरोसा जताया है. ऐसे में इस खिलाडी की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. आपको बता दें कि, इस समय निकोलस पूरन वेस्टइंडीज़ टीम के साथ भारतीय दौरे पर हैं.
ग़ौरतलब है कि, जब उनको पता चला कि वे आईपीएल मेगा नीलामी में इतने महंगे बिके हैं तो उन्होंने अपने विंडीज़ टीम के साथियों को 15 हज़ार की पिज़्ज़ा पार्टी दी है. जी हां, निकोलस पूरन (Nicholas Pooran) ने पूरे 15 हज़ार की पिज़्ज़ा पार्टी ऑक्शन में बिकने के बाद अपने वेस्ट इंडीज़ टीम के साथियों को दी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने टीम मैनेजर के मुताबिक बताया कि,
"(बायो बबल के कारण) बाहर से खाना मंगाने की मनाही है और इसलिए उन्होंने (पूरन ने) होटल के शेफ को 15 पिज्जा तैयार करने का आदेश दिया… क्योंकि ये एक ग्रेड वन का सख्त बायो सिक्योर बबल है तो बताना जरूरी था कि खाने का तापमान कितना है औऱ इसे सैनिटाइज करने के बाद ही कमरे में देना था. कुल 15 पिज्जा के बॉक्स पूरी तरह सैनिटाइज करने के बाद भेजे गए और खिलाड़ी को भुगतान करना पड़ा.”
पिज़्ज़ा पार्टी के बाद लगा झटका
ताबरतोड़ विकेटकीपर बल्लेबाज़ निकोलस पूरन (Nicholas Pooran) को अपने साथियों के साथ पार्टी करने के बाद थोड़ा सा झटका भी लगा. इस झटके का संबंध किसी भी नुकसान से नहीं है, बल्कि बिजली से है. बता दें कि, पूरन को बिजली का झटका लगा था, जोकि ज़्यादा घातक नहीं था.
टीम मैनेजर के अनुसार, पूरन के मोबाईल फोन का चार्जर काम नहीं कर रहा था, ऐसे में उन्होंने बाहर से चार्जर मंगाया, और जब भी पहले बाहर से कोई चीज़ आती है उसको सैनिटाइज़र से सैनिटाइज़ किया जाता है और फिर इस्तेमाल किया जाता है. ऐसी ही प्रक्रिया निकोलस पूरन के चार्जर के साथ हुई. उनके चार्जर को पहले सैनिटाइज़ किया गया और फिर उनके पास पहुंचाया गया. इसके बाद पूरन ने जैसे ही चार्जर सॉकेट में लगाया उन्हें बिजली का झटका लग गया, जोकि ज़्यादा खतरनाक नहीं था. मैनेजर का मानना है कि चार्जर को सैनिटाइज़ करने के बाद पूरे तरीके से सुखाया नहीं गया, और सैनिटाइज़र में एल्कोहॉल होने की वजह से ऐसा हुआ.