भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) क्रिकेट से संन्यास के बाद एक बेहतरीन और गंभीर कमेंटेटर और क्रिकेट एक्सपर्ट के रुप में पूरी दुनिया में मशहूर हैं. सुनील गावस्कर जो भी बोलते हैं या जो भी राय किसी विषय पर देते हैं उसे क्रिकेट के दूसरे एक्सपर्ट्स और फैंस ध्यान से सुनते हैं. इसकी बड़ी वजह है गावस्कर वर्षों पुराना अनुभव और सटीक विष्लेषण की क्षमता.
IPL 2023 में स्टार स्पोर्ट्स के लिए कमेंट्री कर रहे सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) पिछले दिनों अपने शर्ट पर महेंद्र सिंह धोनी का ऑटोग्राफ लेकर चर्चा में आए थे. IPL 2023 अब समाप्त होने को है और अब गावस्कर ने इस लीग में भारतीय कोचों की भूमिका पर अपनी टिप्पणी की है जिसमें उन्होंने गौतम गंभीर (Gautam Gambhir), आशिष नेहरा और कोलकाता के कोच चंद्रकांत पंडित की काफी तारीफ की है. आईए जानते हैं गावस्कर ने क्या कहा है?
गौतम गंभीर की जमकर तारीफ
सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने स्टार स्पोर्ट्स के लिए लिखे अपने एक कॉलम में कहा, 'भारतीय कोच या मेंटर IPL में क्या कर सकते हैं इसका सबसे बड़ा उदाहरण गौतम गंभीर हैं. गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने के एल राहुल के बगैर लखनऊ सुपर जायंट्स को प्लेऑफ में पहुँचाया है और वे खिताब दिलाने की भी क्षमता रखते हैं. उन्होंने पिछले दो सालों में जिस तरह रवि विश्नोई, आयुष बडोनी और नवीन उल हक को बतौर क्रिकेटर विकसित किया है वो काबिले तारीफ है. इन तीनों क्रिकेटरों का भविष्य गंभीर ने उज्जवल बना दिया है.'
नेहरा और चंद्रकांत पंडित की तारीफ
गौतम गंभीर की तरह ही सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने गुजरात के मेंटर आशिष नेहरा (Ashish Nehra) और कोलकाता के कोच चंद्रकांत पंडित की भी तारीफ की. गावस्कर ने लिखा है कि, 'आशिष नेहरा की गुजरात जब भी जीतती है ज्यादा संभावना रहती है कि प्लेयर ऑफ द मैच कोई अलग खिलाड़ी होता है. नेहरा ने सभी खिलाड़ियों पर समान मेहनत की है. उसी तरह चंद्रकांत पंडित ने वेंकटेश अय्यर, रिंकु सिंह और वरुण चक्रवर्ती के प्रदर्शन को निखारा है.'
क्या है वजह?
सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने लिखा है कि, 'IPL मालिकों का ज्यादा जोर विदेशी कोच पर होता है लेकिन यहां देशी कोच ही ज्यादा सफल होंगे. इसकी वजह ये है कि वे भारतीय युवा खिलाड़ियों के साथ बेहतर तरीके से और जल्दी तालमेल बिठा पाने में सक्षम हैं. विदेशी कोच के साथ संवाद की समस्या होती है जिसकी वजह से उनकी गाइडेंस में भारतीय युवा खिलाड़ी बेहतर नहीं कर पाते हैं.' बता दें कि एक दिन पहले गावस्कर ने इसी मुद्दे को लेकर रिकी पोंटिंग और ब्रायन लारा की आलोचना भी की थी.
ये भी पढ़ें- जडेजा को नहीं बर्दाश्त हो रही धोनी की फैन फॉलोइंग, माही के खिलाफ फिर उगला जहर, सोशल मीडिया पर मची सनसनी