Nathan Astle: न्यूज़ीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व ज़बरदस्त बल्लेबाज़ नाथन एस्टल अपनी टीम के लिए एक अहम खिलाड़ी रहे हैं. उन्होंने कीवी टीम के लिए बल्ले से महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इसी के साथ नाथन एस्टल के नाम एक ऐसा शानदार वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है जोकि आज तक अटूट रहा है. ठीक 20 साल यानी 2 दशक पहले नाथन एस्टल (Nathan Astle) ने इंग्लैंड के खिलाफ बड़ा कमाल किया था.
Nathan Astle ने जड़ा था सबसे तेज़ दोहरा शतक
आज ही के दिन ठीक 20 साल पहले कीवी बल्लेबाज़ नाथन एस्टल (Nathan Astle) ने अपने नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज़ दोहरा शतक जड़ने का वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया था जोकि आज तक कोई बल्लेबाज़ नहीं तोड़ पाया है. चाहे फिर वो भारतीय टीम के वीरेंदर सहवाग हो, ब्रेंडन मैकुलम या फिर कोई और बल्लेबाज़ रहा हो. कोई भी उनके इस गज़ब के रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया है. यह रिकॉर्ड आज तक अटूट है.
आपको बता दें कि एस्टल (Nathan Astle) के इस गज़ब के दोहरे शतक के बाद 179 मर्तबा बल्लेबाज़ 200 का आंकड़ा पार कर चुके हैं लेकिन, कोई भी इनका सबसे तेज़ दोहरा शतक बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाया है. 20 साल पहले आज यानी 17 मार्च को नाथन एस्टल ने इंग्लैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में खेले जा रहे एक टेस्ट मैच में 153 गेंदों का सामना करते हुए दोहरा शतक जड़ा था. हालांकि वो फिर 168 गेंदों का सामना कर 222 रन पर अपना विकेट दे बैठे थे. इस पारी में उनके बल्ले से 28 चौके और 11 शानदार छक्के भी निकले थे.
एस्टल का दोहरा शतक भी नहीं दिला पाया था न्यूज़ीलैंड को जीत
क्राइस्टचर्च के उस मुकाबले में मेज़बान टीम को हार का स्वाद चखना पड़ा था. नाथन एस्टल का दोहरा शतक भी न्यूज़ीलैंड की कोई मदद नहीं कर पाया था. इंग्लैंड ने उस मुकाबले में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पहली पारी में 228 रन बनाए थे. जिसमें कप्तान नासिर हुसैन की 106 रन की शतकीय पारी शामिल थी. इसके जवाब में मेज़बान टीम कुछ खास नहीं कर पाई. न्यूज़ीलैंड पहली पारी में उस टेस्ट मैच में 147 रनों पर ही ढेर हो गई थी. ऐसे में इंग्लैंड को 81 रन की लीड (बढ़त) मिल गई थी. जिसका फायदा भी मेहमान टीम ने बखूबी उठाया.
इंग्लैंड की दूसरी पारी में ग्राहम थोरप और फ्लिंटॉफ ने क्रमश: दोहरा शतक और 137 रन की बेमिसाल पारी खेली थी. जिसकी बदौलत इंग्लैंड ने 468 रन के बड़े स्कोर पर पारी घोषित कर दी और मेज़बान टीम के सामने जीत के लिए 549 रन का बड़ा स्कोर रखा था. इतने बड़े स्कोर को देखते हुए न्यूज़ीलैंड मैच को ड्रॉ की तरफ लेकर जाना चाह रही थी.
लेकिन, नाथन एस्टल (Nathan Astle) के इरादे कुछ और ही थे. उनकी आंखों में सिर्फ एक ही मकसद दिखाई दे रहा था कि उनको अपनी टीम को यह मैच किसी भी हाल में जितवाना है. जिसके चलते वो दूसरी पारी में शुरू से ही ताबड़तोड़ तरीके से बल्लेबाज़ी कर रहे थे. हालांकि उनको दूसरे छोर से किसी बल्लेबाज़ का साथ नहीं मिला. जिसके चलते कीवी टीम 451 रनों पर ऑल आउट हो गई. वहीं इंग्लैंड ने यह मैच 98 रनों से जीत लिया था.