भारतीय क्रिकेटर नारी कॉन्ट्रैक्टर (Nari Contractor) को 1962 में वेस्टइंडीज के दौरे पर एक खतनाक बाउंसर का सामना करना पड़ा था. जिसमें वो बुरी तरह से घायल हो गये थे. इसलिए आज कल क्रिकेट में खिलाड़ियों को बिना हेलमेट के खेलने नहीं दिया जाता. एक हिसाब से यह सही भी है. क्रिकेट में तेज गेंदबाजों को 150kph की रफ्तार से बॉलिंग करते हुए देखा जाता है. बाउंसर एक मात्र गेंदबाज का हथियार है. जिसको वो हर हाल में बल्लेबाज के खिलाफ आजमाने की कोशिश करता है. मैच के दौरान गेंदबाजों को बाउंसर का इस्तेमाल करते हुए देखा जाता है.
बाउंसर ने Nari Contractor को दिया गहरा जख्म
क्रिकेट की दुनिया में कुछ ऐसी घटनाएं घटी हैं, जिन्हें भुलाएं नहीं भुलाया जा सकता. उसमें से एक है ये घटना. साल 1962 की बात है. भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज का दौरा किया था. जिसमें भारतीय क्रिकेटर नारी कॉन्ट्रैक्टर (Nari Contractor) वेस्टइंडीज के गेंदबाज चार्ली ग्रिफिथ (Charlie Griffith) की खतरनाक बाउंसर का शिकार हो गए थे.
चार्ली ग्रिफिथ ने नारी कॉन्ट्रैक्टर को एक खतनाक बाउंसर गेंद डाली थी. जो उनके सिर पर जा लगी. इस बाउंसर से कॉन्ट्रैक्टर का सिर फट गया. जिसके लिए उन्हें कई दिनों तक अस्पताल में बेहोशी हालात में रहना पड़ा. नारी कॉन्ट्रैक्टर की खराब हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उनके सिर में मेटल प्लेट लगाई थी.
सिर से निकाली गई मेटल प्लेट
60 years ago a metal plate was inserted in the head of Nari Contractor after he was hit by a bouncer from Charlie Griffith The plate was removed today in a pvt hospital
— Makarand Waingankar (@wmakarand) April 6, 2022
Get well soon Naribhai
Picture courtesy former Bombay fast bowler Hoshedar Contractor son of 88 yr old Naribhai pic.twitter.com/59JHmkQwRn
नारी कॉन्ट्रैक्टर (Nari Contractor) की इस चोट ने 60 साल के जख्म को फिर ताजा कर दिया. इस चोट की वजह से नारी कॉन्ट्रैक्टर को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. पिछले कुछ दिनों से उनके सर मे लगातार सर दर्द हो रहा था. जिसके चलते मुंबई के एक अस्पताल में सर्जरी के जरिए उनकी मेटल प्लेट हटा दी गई है. मीडिया से बातचीत करते हुए उनके बेटे होशेदार ने बताया कि,
"ऑपरेशन सफल रहा पिता जी जल्दी ठीक हो जाएंगे. वो अभी कुछ और दिन अस्पताल में रहेंगे. मेटल प्लेट के कारण वहां की स्किन हट रही थी.जिसके बाद डॉक्टरों ने प्लेट को हटाने की सलाह दी थी. हमारा परिवार थोड़ा टेंशन में था. ये एक बड़ा ऑपरेशन नहीं था लेकिन एक अहम ऑपरेशन था"
नारी कॉन्ट्रैक्टर का क्रिकेटिंग करियर
नारी कॉन्ट्रैक्टर (Nari Contractor) भारतीय टीम के लिए 31 टेस्ट मैट खेले हैं. जिसमें 31.59 की औसत से 1611 रन बनाए हैं. वहीं उन्होंने इसके अलवा फर्स्ट क्लास 138 मैच भी खेले है. साल 1959 में नारी ने 81 रन की शानदार पारी खेली थी. इस पारी को इसलिए याद रखा जाता है, क्योंकि ब्रायन स्टैथम की गेंदबाजी उनकी पसलियों में चोट लग गई थी. उसके बावजूद भी नारी कॉन्ट्रैक्टर ने हार नहीं मानी. बता दें कि, इस चोट के चलते उनका क्रिकेटिंग करियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका.