ईरानी कप (Irani Cup) का मैच रेस्ट ऑफ इंडिया और मुंबई (Mumbai vs Rest of India) के बीच खेला गया. मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 विकेट के नुकसान पर 537 रन बनाए. जवाब में पहली पारी में रेस्ट ऑफ इंडिया 416 रन ही बना सकी. मुंबई को पहली पारी में 146 रनों की बढ़त मिली. पाचंवे दिन दूसरी पारी में 8 विकेट के नुकसान पर 329 रन बनाए. दूसरी पारी में शेष इडिया की नहीं आ सकी और मैच ड्रॉ हो गया. लेकिन, पहली पारी में बढ़त बनाने के आधार पर मुंबई की को विजेता घोषित कर दिया गया.
27 साल बाद मुंबई ने जीता Irani Cup का टाइटल
ईरानी कप (Irani Cup) में मुंबई इंडियंस की कमान अजिंक्य रहाणे के हाथों में थी. उनकी कप्तानी में मुंबई की टीम में कमाल का प्रदर्शन किया. मुंबई ने 27 सालों के लंबे इंतजार के बाद पहली पार ईरानी कप का खिताब जीता है. जिसमें बल्लेबाजों नेअहम भूमिका निभाई. कप्तान रहाणे ने शानदार बैटिंग करते हुए 97 रन बनाए वह अपना शतक पूरा करने से महज 3 रनों से चूक गए. जबकि सरफराज खान ने 222 रनों की विशाल पारी खेली. जबकि श्रेयस अय्यर ने 57 रनों का सहयोग दिया.
सरफराज खान मुंबई की जीत के हीरो बने
सरफराज खान बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का हिस्सा थे. लेकिन, उन्हें कानपुर टेस्ट में शामिल नहीं किया, जिसके बाद वह ईरानी कप (Irani Cup) में मुंबई की टीम के साथ जुड़ गए. कप्तान अजिंक्य रहाणे ने उन्हें एकदाश में शामिल किया. सरफराज ने कप्तान की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए 222 रन ठोक दिए. उनकी इस विशाल पारी के लिए सरफराज को मैन ऑफ द मैच भी चुना गया.
तनुश कोटियन और शम्स मुलानी गेंदबाजी में चमके
रेस्ट ऑफ इंडिया को शुरूआत अच्छी मिली थी. पृथ्वी शॉ ने ताबड़तोड़ बैटिंग करते हुए 76 रन ठोक दिए. आयुष म्हात्रे के साथ पहले विकेट के लिए 52 रनों की सांझेदारी हुई, लेकिन, मध्य क्रम के ब्ल्लेबाज तुनुश कोटियन और शम्स मुलानी के जाल में फंस गए और ताश के पत्तां की तरह ढेर हो गए.
बता दें कि तुनुश 27 ओवर गेंदबाजी और 107 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए. जबकि शम्स मुलानी ने इतने ही विकेट अपने खाते में जोड़े.दोनों खिलाड़ियों ने शेष इंडिया के बल्लेबाजों को टिकने नहीं दिया. जिसकी वजह से मुंबई पहली पारी में बढ़त रहने में सफल रही.
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