आईपीएल 2023 का खिताब इस साल एमएस धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने जीता था। इसी के साथ सीएसके पांच बार आईपीएल खिताब जीतने वाली मुंबई इंडिया की तरह हो गई। इस सीजन में माही के संन्यास को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन फाइनल मैच के बाद उन्होंने संन्यास की अटकलों पर विराम लगा दिया। लेकिन एक बार फिर एमएस धोनी (MS Dhoni) आईपीएल 2024 से पहले रिटायरमेंट को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार उन्होंने खुद कप्तानी छोड़ अपने जिगरी यार को सीएसके की कमान सौंपने का मन बना लिया है? क्या है इससे जुड़ी पूरी खबर आइये जानते हैं।
इस खिलाड़ी को कप्तानी सौंप सकते हैं MS Dhoni
मालूम हो कि आईपीएल 2023 के फाइनल के बाद एमएस धोनी ने संन्यास के फैसले पर कहा था कि वह अगले 8 से 9 महीने इस बारे में सोचेंगे और फिर कोई फैसला लेंगे. ऐसे में फैंस ने राहत की सांस ली। लेकिन बता दें कि एमएस धोनी (MS Dhoni) पहले से बताकर कुछ नहीं करते हैं। जैसे उन्होंने बिना बताए इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया हो।
उम्मीद की जा रही है कि वह शायद ही आईपीएल 2024 में खेलते नजर आएंगे। ऐसे में उनकी कप्तानी वापस रवींद्र जडेजा को दी जा सकती है। साथ ही, सीएसके टीम में रवींद्र जडेजा एक अनुभवी खिलाड़ी हैं। वह इस टीम के साथ लंबे समय से जुड़े हुए हैं और लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जडेजा की वरिष्ठता और टीम की गतिशीलता की समझ उन्हें कप्तानी की भूमिका के लिए उपयुक्त विकल्प बना सकती है।
Ravindra Jadeja तीनों विभागों में शीर्ष खिलाड़ी
इसके अलावा एक कारण यह भी है कि रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) एक बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं। रवींद्र जडेजा ने कई बार टीम के लिए मैच विनिंग पारियां खेली हैं। रवींद्र जडेजा एक कुशल बाएं हाथ के स्पिनर, एक उपयोगी बल्लेबाज और एक शानदार फील्डर हैं। यानी रवींद्र जडेजा क्रिकेट के तीनों विभागों में एक परफेक्ट च्वाइस हैं। कई बार देखा गया है कि जड्डू की बेहतरीन फील्डिंग की वजह से सीएसके को जीत मिली। यही उन्हें एक मूल्यवान खिलाड़ी बनाता है। एक कप्तान के रूप में, जडेजा अपने कौशल का प्रभावी ढंग से उपयोग करके और उदाहरण के द्वारा नेतृत्व करके एक रणनीतिक बढ़त ला सकते थे।
Ravindra Jadeja की मार्गदर्शन करने की क्षमता
रवींद्र जडेजा को आईपीएल 2022 में चेन्नई का कप्तान बनाया गया था लेकिन वह कप्तानी नहीं संभाल पाए। इसके बाद एमएस धोनी (MS Dhoni) फिर से कप्तान बने। जडेजा को अचानक मिली कप्तानी की जिम्मेदारी ऐसे में वह इसे संभाल नहीं पाए, लेकिन इन दो सीजन में उन्होंने माही के साथ रहकर कप्तानी के गुण जरूर सीखे होंगे. इसलिए उन्हें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। अपने साथियों को प्रेरित करने और मार्गदर्शन करने की उनकी क्षमता को टीम प्रबंधन ने पहचाना, जिसके कारण उन्हें सीएसके के कप्तान के रूप में नियुक्त किया गया।