टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) का सेना के प्रति प्यार किसी से छिपा नहीं है। अब उन्हें रक्षा मंत्रालय में शामिल किया है। धोनी और महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा को रक्षा मंत्रालय की एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति में शामिल किया गया है। यह समिति एनसीसी को और बेहतर तरीके से राष्ट्र निर्माण करने के उपाय देने में मदद करेगी। धोनी सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद उपाधि) भी हैं।
धोनी और आनंंद महिंद्रा बने रक्षा मंत्रालय समिति में शामिल
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं और अब उन्हें रक्षा मंत्रालय समिति में शामिल किया गया है। केवल माही ही नहीं बल्कि महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के मालिक आनंद महिंद्रा को भी रक्षा मंत्रालय की एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति में शामिल किया गया है। यह समिति एनसीसी को और बेहतर तरीके से राष्ट्र निर्माण करने के उपाय देने में मदद करेगी। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक,
"पूर्व सांसद बैयजंत पांडा की अध्यक्षता में एनसीसी की व्यापक समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति गठित करने का फैसला किया गया है। इसका मकसद बदले हुए समय में एनसीसी को और अधिक प्रासंगिक बनाना है। समिति के विषयों में ऐसे उपायों का सुझाव देने का प्रावधान है जो एनसीसी कैडेटों को अलग-अलग क्षेत्रों में राष्ट्र निर्माण और देश के विकास के लिए प्रयासों की दिशा में अधिक प्रभावी योगदान देने के लिए सशक्त बनाए।"
इस समिति का क्या काम होगा?
MS Dhoni और महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा के अलावा जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर नजमा अख्तर, पूर्व केंद्रीय मंत्री कर्नल (रि.) राज्यवर्द्धन सिंह राठौर (रिटायर), राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे और प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल को भी रक्षा मंत्रालय की इस समिति में शामिल किया गया है।
यह समिति एनसीसी को और बेहतर बनाने के लिए पूर्व छात्रों की नियुक्ति के लिए सुझाव देने से लेकर एनसीसी को पाठ्यक्रम में शामिल करने के अलावा अंतरराष्ट्रीय युवा संगठनों की सर्वोत्तम प्रथाओं का अध्ययन कर अपनी तरफ से सिफारिश देगी।