भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने शनिवार, 2 मई को रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान एक बेहद ही चौकाने वाला खुलासा किया. शमी ने कहा कि एक समय वह अपने व्यक्तिगत और प्रोफेशनल कारणों के चलते खुदकुशी करने के बारे में सोच रहे थे. इतना ही नहीं शमी के अनुसार उन्होंने एक या दो बार नहीं बल्कि तीन तीन बार खुदकुशी करने के बारे में सोचा.
शमी ने यह भी कहा कि उस तनाव भरे समय में उनके परिवार ने बहुत साथ दिया और इसी कारण से वह उस बुरे वक़्त से उभरने में सफल रहे.
दो साल पहले शमी की जिंदगी में आया था सैलाब
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि साल 2018 में मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने शमी के ऊपर अन्य लड़कियों के साथ नाजायज रिश्तें और उनके परिवार पर मारपीट के साथ शमी के भाई पर उनके साथ रेप तक के संगीन आरोप लगाये थे.
मोहम्मद शमी और हसीन जहां का विवाद बहुत ही लम्बे समय तक सुर्ख़ियों में बना रहा था और इतना ही नहीं कुछ समय के लिए शमी को टीम इंडिया से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था.
बीते साल वेस्ट बंगाल की एक लोकल कोर्ट ने शमी के खिलाफ घरेलू हिंसा के केस के जुर्म में अरेस्ट वारंट भी जारी किया था.
ऑस्ट्रेलिया सीरीज से हुई धमाकेदार वापसी
साल 2018 में मोहम्मद शमी का एक रोड एक्सीडेंट भी हुआ था और हसीन जहां विवाद के चलते वह भारतीय टीम से भी स्थान गवां चुके थे. हालाँकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज से शमी ने जबरदस्त वापसी की और उसके बाद से पीछे मुड़कर नहीं देखा.
लगातार बढ़ते मानसिक तनाव और प्रोफेशनल करियर को लेकर परेशान होने के चलते शमी ने एक नहीं बल्कि तीन तीन बार आत्महत्या करने के बारे में सोचा. रोहित शर्मा के साथ लाइव चैट पर बात करते हुए शमी ने कहा,
‘’रिहैब कितना मुश्किल होता है और उसके बाद पारिवारिक समस्याएं. ये सब चल रहा था और इसी बीच आईपीएल से 10-12 दिन पहले मेरा एक्सीडेंट हो गया था. मीडिया में मेरे निजी मुद्दों को लेकर काफी कुछ चल रहा था.’’
शमी ने आगे कहा, ‘’मुझे लगता है कि अगर मुझे मेरे परिवार का साथ नहीं मिलता तो मैं क्रिकेट छोड़ देता. मैंने तीन बार खुदकुशी करने के बारे में सोचा था. मेरे परिवार में से किसी को मेरे पर नजर रखने के लिए मेरे पास बैठना होता था. मेरा घर 24वें माले पर था और उन्हें लगता था कि मैं कहीं अपार्टमेंट से कूद ना जाऊं.''
परिवार ने दिया पूरा साथ
2019 के विश्व कप में टीम इंडिया के लिए हैट्रिक लेने वाले शमी ने कहा, ‘’मेरा परिवार मेरे साथ था और उससे बड़ी ताकत कुछ नहीं हो सकती. वे लोग मुझसे कह रहे थे कि हर समस्या का समाधान होता है और सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दो. जिस चीज में तुम अच्छे हो उसमें खो जाओ. इसलिए मैंने सबकुछ खो दिया. मैं नेट्स में गेंदबाजी कर रहा था. मैं रनिंग एक्सरसाइज करने लगा. मैं इतना दबाव में था और मुझे नहीं पता चला कि मैं क्या कर रहा हूँ.
अभ्यास में मैं दुखी हो जाता था और मेरा परिवार मुझे कहता था कि फोकस करो. मेरा भाई मेरे साथ था. मेरे कुछ दोस्त मेरे साथ थे और मैं यह बात कभी नहीं भूल सकता और अगर वह लोग नहीं होते तो मैं कुछ भयानक कर बैठता.''