न्यूजीलैंड से 3-0 से मिली हार के भारत को ऑस्ट्रेलिया में 5 मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेली है. इस सीरीज में शुरु होने में अभी 10-11 दिनों का समय बाकी है. इस सीरीज के लिए टीम का ऐलान पहले ही किया जा चुका है. जिसमें कुछ ऐसे भी खिलाड़ियों को भी सिलेक्ट किया गया है जो बुरी फॉर्म से गुजर रहे हैं. बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ पूरी टेस्ट सीरीज में रन नहीं निकले. ऐसे में ऑस्टॅेलिया उड़ान भरने से पहले टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) ने भारतीय बल्लेबाजों को खास सलाह दी है. ताकि वह फॉर्म में लौट सके.
Mohammad Kaif ने घरेलू क्रिकेट खेलने की दी सलाह
मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) ने ऑस्ट्रेलिया में खेली जाने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले सीनियर खिलाड़ी,जैसे विराट कोहली और रोहित शर्मा त घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेने की सलाह दी. ऑस्ट्रेलिया रवाना होने के लिए अभी काफी समय बचा है. उससे पहले भारत में रणजी ट्रॉफी खेली जा रही है जो खिलाड़ी न्यूजीलैंड के खिलाफ पिच पर समय नहीं बिता सके या फिर फॉर्म में नहीं हैं. उन खिलाड़ियों से मोहम्मद कैफ ने रणजी ट्रॉफी के पांचवे चरण में खेलने का आग्रह किया है. उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि,
''यह भूल जाइए कि आप बड़ी कारों और उड़ानों में यात्रा करते हैं और आपको वहां वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिल सकता है। यदि आप फॉर्म हासिल करना चाहते हैं, तो आपको वह प्रयास करने की आवश्यकता है, इसलिए जो भी रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है, उन्हें 100 प्रतिशत घरेलू क्रिकेट में खेलना चाहिए."
''उनको फॉर्मे चाहिए तो वहां घंटो बैटिंग करनी होगी''
न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली टेस्ट सीरीज में मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) का ही नहीं बल्कि हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी का दिल टूटा है. क्योंकि, न्यूजीलैंड ने भारतीय सरजमीं पर कोई खास गेंदबाजी नहीं की. भारतीय बल्लेबाजों ने खुद खराब बोलो पर अपने विकेट गंवाए हैं.
अगर, विराट कोहली और रोहित शर्मा के बल्ले से रन आए होते तो कीवी टीम कतई भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाती. खैर! भारत BGT में यह गलती दोबारा नहीं दोहरना चाहेगा, इसलिए मोहम्मद कैफ ने बेरंग खिलाड़ियों को रंग में लौटने के लिए रणजी में हिस्से लेने पर जोर देते आगे कहा,
''अगर उनको फॉर्मे चाहिए, अगर उनको घंटो वहां बैटिंग करनी है, समय बिताना है, अगर आपने जाकर सौ मारा, उसका फायदा मिलता ही मिलता है. अगर आपने रणजी में जाकर सौ मारा है, तो ये जो फॉर्म है, अपने आप में एक मनोबल बढ़ जाता है, इसका फायदा मिलता है.''
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