पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद आसिफ (Mohammad Asif) अपने समय के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ों में से एक थे. लेकिन फिक्सिंग की वजह से बैन लगने के बाद उनका पूरा करियर खराब हो गया था. वहीं आसिफ ने हाल ही में अपनी गेंदबाज़ी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वह क्रिकेट नहीं खेलते थे बल्कि बल्लेबाज़ों के साथ खेलते थे. आसिफ (Mohammad Asif) अपनी स्विंग गेंदबाज़ी के लिए बखूबी जाने जाते थे, उन्होंने अपनी गेंदों से बड़े-बड़े बल्लेबाज़ों को चकमा दिया है.
मैं क्रिकेट नहीं खेलता था, बैट्समैन से खेलता था- Mohammad Asif
पाकिस्तान के गेंदबाज़ मोहम्मद आसिफ ने एक इंटरव्यू में कहा कि जो बड़े बल्लेबाज़ होते हैं, वो हाथ से ही रीड कर लेते हैं कि गेंदबाज़ कोनसी गेंद डालने वाला है. आसिफ ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने करियर में बड़े-बड़े स्पेल डाले हैं .आसिफ (Mohammad Asif) ने कहा,
"ये जो बड़े बल्लेबाज़ होते हैं ये आपको हाथ से ही रीड कर रहे होते हैं कि आपकी गेंद किस तरफ जा रही है. मैंने वैसे तो बहुत बड़े-बड़े स्पेल डाले हैं. वास्तव में मैं क्रिकेट नहीं खेलता था, बैट्समैन से खेलता था."
लक्ष्मण और द्रविड़ के बारे में भी कही बड़ी बात
आपको बता दें कि टेक्निकली भारत के राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण बहुत बेहतरीन खिलाड़ी थे. उन्हें आउट करना आसान नहीं था. लेकिन आसिफ (Mohammad Asif) ने अपने बयान में इस बात का भी ज़िक्र किया कि जब उन्होंने लक्ष्मण और द्रविड़ को अंदर आती हुई गेंद पर बोल्ड किया था, तो इस बात का खुलासा हुआ था कि इनके बैट और पैड के बीच में भी गैप बनता है. आसिफ ने कहा,
"टेक्निकली वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ बहुत मंझे हुए खिलाड़ी थे. जब मैंने उन्हें अंदर आती गेंद पर बोल्ड किया तब पूरी दुनिया को पता चला कि इनके बैट और पैड के बीच में भी गैप बनता है. अल्लाह का शुक्र है कि मैंने बेस्ट बल्लेबाज़ों को आउट किया है."
"नीचे वाले बल्लेबाज़ों को आउट करबे में मुझे दिलचस्पी नहीं"
मोहम्मद आसिफ (Mohammad Asif) ने अपने दिए गए बयान में इस बात का दावा किया है कि उन्हें टेलेंडर को आउट करने में सबसे ज़्यादा दिक्कत होती थी. उनका मानना है कि जब वह टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज़ों को आउट कर देते थे तो उन्हें निचले क्रम के बल्लेबाज़ों को आउट करने में कोई दिलचस्पी नहीं रहती थी. मोहम्मद ने कहा,
"मेरे लिए सबसे मुश्किल होता था कि टेलेंडर को आउट करना. टेलेंडर को आउट करना सबके लिए आसान होता है. मैं जब ऊपर से खिलाड़ियों को आउट कर देता था तो फिर नीचे वाले बल्लेबाज़ों को आउट करने में मुझे दिलचस्पी नहीं रह जाती थी."