पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर (Mohammad Amir) ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी वापसी के संकेत दिए हैं। लेकिन इसके लिए उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के आगे एक शर्त रखी है। अपनी धारदार गेंदबाजी के अलावा अपने बयान और मैदान के बाहर की गतिविधियों के चलते आलोचना का शिकार होने वाले इस खिलाड़ी ने एक बार फिर अतरंगी शर्त के साथ अपनी नैशनल टीम में वापसी करने का दम भरा है।
Mohammad Amir ने कमबैक के लिए रखी शर्त
दरअसल, मोहम्मद आमिर ने साल 2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया था। ये निर्णय लेते हुए उन्होंने खुले तौर पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी मिस्बाह उल हक और वकार यूनिस के खिलाफ खुले तौर पर आवाज बुलंद करने के साथ कहा था कि वो पकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के इस प्रबंधन के अंतर्गत नहीं खेल पाएंगे।
लेकिन अब मोहम्मद आमिर ने एक हालिया इंटरव्यू में इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी के संकेत दिए हैं। लेकिन इसके लिए उन्होंने कहा कि वो रमीज राजा के निकलने के बाद इस पर फैसला करेंगे। आमिर ने कहा,
"हमारा रिश्ता बहुते पुराना है और ये खत्म नहीं होगा। मेरे बारे में रमीज राजा के विचार सभी जानते हैं। इसीलिए मुझे नहीं लगता कि रिटायरमेंट से वापिस आने का ये सही समय है। अगर रमीज पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड छोड़ेंगे तो जरूरत पड़ने पर मैं अपनी उपलब्धता घोषित करूंगा"
विवादों से भरा रहा है Mohammad Amir का करियर
मोहम्मद आमिर (Mohammad Amir) का क्रिकेट करियर हमेशा सुर्खियों में रहा है। साल 2010 में स्पॉट फिक्सिंग मामले के चलते उन्हें बैन कर दिया गया था। जिसके बाद उन्हें सनसनीखेज तारीके से वापसी की थी। उन्होंने क्रिकेट में कई उपलब्धियां हासिल की, साल 2017 में मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी जिताने में खास भूमिका निभाई थी।
लेकिन साल 2020 में अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद मोहम्मद आमिर ने क्रिकेट जगत को चौंका दिया था। अपने करियर की ऊंचाई पर संन्यास लेने वाले इस खिलाड़ी ने अपनी ही टीम के हेडकोच मिस्बाह उल हक और गेंदबाजी कोच वकार यूनिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था।