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Team India: टीम इंडिया के लिए पिछले चंद सालों में कई खिलाड़ियों ने डेब्यू किया और अपनी प्रतिभा को साबित कर अभी भी टीम में बने हुए हैं। लेकिन, कुछ खिलाड़ी अपनी जगह बरकरार रहने में कामयाब नहीं हो सके, जिसके कारण उन्हें मानसिक तनाव से भी जूझना पड़ा और नौबत ये आ गई कि उन्हें ब्रेक जैसा बड़ा फैसला करना पड़ा। इसी क्रम में हम आपको एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बताएंगे जिसके ब्रेक लेने से बीसीसीआई ने उसे सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया। लेकिन इस खिलाड़ी ने हार नहीं मानी और कप्तानी मिलते ही सेलेक्टर को आईना दिखाया है।
Team India के खिलाड़ी ने दिया सेलेक्टर्स को करारा जवाब
- आपको बता दें कि इस समय टीम इंडिया (Team India) कोई अंतर्राष्ट्रीय सीरीज नहीं खेल रही है। ऐसे में इन दिनों खेले जा रहे घरेलू टूर्नामेंट कुछ खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इसी सिलसिले में झारखंड में बुची बाबू टूर्नामेंट खेला जा रहा है, जिसमें झारखंड की कप्तानी ईशान किशन को मिली है और वो इस खेलते हुए भी नजर आए।
- बतौर कप्तान उन्होंने मध्य प्रदेश के खिलाफ बुची बाबू टूर्नामेंट के पहले मैच में शानदार जीत दर्ज की। इस जीत में कप्तान ईशान किशन का सबसे बड़ा योगदान रहा।
- उनके द्वारा खेली गई शतकीय पारी ने मध्य प्रदेश टीम के प्रदर्शन को काफी नुकसान पहुंचाया, जिससे विरोधी टीम उबर नहीं सकी और अंत में हार का सामना करना पड़ा।
ईशान किशन का शानदार प्रदर्शन
- ईशान किशन ने पहली पारी में 85 गेंदों पर शतक बनाया। फिर उन्होंने दूसरी पारी में 41 रनों की नाबाद पारी खेली। उनके द्वारा खेली गई यह पारी बेहद शानदार रही।
- साथ ही उनकी यह पारी टीम इंडिया (Team India) में उनकी वापसी के लिए अच्छा संकेत भी मानी जा रही है।
- इसके अलावा किशन की यह पारी चयन समिति के सामने भी आईना है, जिसने मानसिक थकान के कारण ब्रेक लेने के बाद किशन को टीम से बाहर कर दिया था। साथ ही उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया था।
बीसीसीआई ने उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से कर दिया था बाहर
- गौरतलब है कि ईशान किशन पिछले साल साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज का हिस्सा थे। लेकिन उन्होंने बीच में ही अचानक टेस्ट से अपना नाम वापस ले लिया।
- उन्होंने बताया कि वह लंबे समय से टीम इंडिया (Team India) के साथ सफर करते-करते थक गए हैं। क्योंकि उन्हें मौके नहीं मिल रहे हैं, इसलिए वह अब आराम करना चाहते हैं।
- हालांकि बीसीसीआई ने उन्हें आराम दिया। लेकिन किशन फिर से पार्टी करते दिखे, इसलिए बीसीसीआई ने उनसे घरेलू क्रिकेट फिर से शुरू करने को कहा।
- लेकिन विकेटकीपर ने तर्क दिया कि अगर वह मानसिक थकान के कारण थके हुए हैं, तो घरेलू क्रिकेट खेलने का क्या मतलब है। लेकिन बीसीसीआई ने उनकी बात नहीं मानी और किशन को केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया।