लगातार शानदार प्रदर्शन के बाद भी भारतीय चयनकर्ताओ द्वारा नजरअंदाज किये जाने के बाद कुछ ऐसा रहा मयंक अग्रवाल की प्रतिक्रिया

भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी मयंक अग्रवाल ने अंडर-19 वर्ल्डकप में सबसे अधिक रन बना कर सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया था। मयंक पहले कर्नाटक क्रिकेट टीम की तरफ से खेलते थे। भारतीय क्रिकेट टीम को मयंक के रूप में वीरेंद्र सहवाग के जैसा ओपनिंग बल्लेबाज मिल गया। मयंक अपनी बल्लेबाजी से सामने वाली टीम पर हावी पड़ जाते हैं।
विजय हजारे ट्राफी में दिखाया कमाल
उनके इसी शानदार प्रदर्शन के कारण उन्हें आइपीएल मैच में रॉयल चैलेंजर बैंगलोर की तरफ से खेलने का मौका मिला। उसके बाद वो काफी लम्बे समय तक दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेलते आये हैं। इसके साथ ही उन्होंने हाल ही में अपनी शानदार बल्लेबाजी से कर्नाटक को विजय हजारे ट्राफी के फाइनल में पहुंचा दिया है।
सेमीफाइनल में मुंबई को हरा कर उन्होंने बड़ा रिकॉर्ड हासिल कर लिया है। इस टूर्नामेंट के सीजन में उनकी बल्लेबाज़ी के शानदार प्रदर्शन ने उन्हें विराट कोहली, दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ियों से भी आगे पहुंचा दिया है।
मयंक अग्रवाल विजय हजारे ट्रॉफी के अब तक खेले 7 मैचों में 102 की औसत से 633 रन बना चुके हैं। इससे पहले रणजी ट्रॉफी के 8 मैचो में उन्होंने 1160 रन बनाए थे। उन्होंने रणजी ट्रॉफी मैचों में एक तीहरा शतक भी लगाया था। इसके अलावा मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी उन्होंने 9 मैचों में 258 रन बनाए थे।
मयंक अग्रवाल आइपीएल के इस सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलते नजर आएंगे। उन्हें पंजाब टीम ने 1 करोड़ रुपए में खरीदा था, जबकि उनका बेस प्राइस 20 लाख रुपए था।
सेलेक्शन से ज्यादा परफॉरमेंस है जरुरी
मयंक की शानदार बल्लेबाज़ी को देखते हुए ऐसा अनुमान लगया जा रहा था, कि "श्रीलंका में होने वाली ट्राई टी-20 सीरीज में उन्हें रखा जाएगा।"
टीम का चयन होने से पहले ही मयंक ने कहा था, कि "मेरा टाइम भी जल्दी ही आएगा। मैं अभी सेलेक्शन के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा।"
मयंक का मनना है कि "क्रिकेट में ऐसी बहुत सी बाते हैं जिनके बारे में बाद में सोचा जा सकता। सेलेक्शन के बारे में सोचने से सिर्फ परेशानी ही होती है। जब भी हम मैच खेलते हैं तो हमारा पूरा फोकस उसी पर होना चाहिए, जिससे यह सभी बाते आपके दिमाग पर हावी नहीं हो पाएंगी।"
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