Mayank Agarwal: भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके टॉप आर्डर के आक्रामक बल्लेबाज़ मयंक अग्रवाल उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिनका प्रदर्शन घरेलू क्रिकेट में हमेशा से ही ज़बरदस्त रहा है. मयंक भारत के लिए अधिकतर टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए नज़र आए हैं. हालांकि पिछले कुछ समय से उनका बल्ला खामोश रहा था, जिसके चलते उन्हें टीम इंडिया से ड्रॉप कर दिया गया था. अब यह खिलाड़ी (Mayank Agarwal) टीम में वापसी करने की जी तोड़ कोशिश कर रहा है.
Mayank Agarwal ने जड़ा 39 गेंदों में शतक
इन दिनों भारत में महाराजा ट्रॉफी के नाम से एक T20 लीग टूर्नामेंट खेला जा रहा है. जिसमें खिलाड़ी अपने ज़बरदस्त प्रदर्शन के चलते भारतीय चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचने में लगे हुए हैं और इसके जरिए टीम इंडिया में अपनी जगह बनाना चाहते हैं.
टीम इंडिया के जाने-माने बल्लेबाज़ मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) भी महाराजा ट्रॉफी का हिस्सा हैं और बेंगलुरु ब्लास्टर्स का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इतना ही नहीं बल्कि वह इस टूर्नामेंट में बेंगलुरु के कप्तान भी हैं. ऐसे में महाराजा ट्रॉफी का 12वां मुकाबला बेंगलुरु ब्लास्टर्स और शिवामोग्गा स्ट्राइकर्स के बीच खेला गया. जिसमें कप्तान मयंक ने तूफानी अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करते हुए 39 गेंदों में ही शतक जड़ दिया.
16 गेंदों में बनाए 76 रन
आपको बता दें कि मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) ने शिवामोग्गा स्ट्राइकर्स के खिलाफ आक्रामक रवैया अपना कर एक तूफानी शतक जड़ा. उन्होंने इस मुकाबले में 49 गेंदों का सामना कर नाबाद 102 रन बनाए. जिसमें उनके बल्ले से 10 चौके और 6 शानदार छक्के भी देखने को मिले. बाउंड्रीज़ की सहायता से मयंक ने महज़ 16 गेंदों में ही 76 रन बटोर लिए. इसके बाद अग्रवाल 20 सिंगल और 3 डबल भी दौड़े. जिसकी बदौलत उन्होंने मात्र 39 गेंदों में ही एक तूफानी शतक जड़ दिया.
हालांकि मयंक का टीम इंडिया में वापसी करना बिलकुल भी आसान नहीं है. टीम इंडिया के लिए जहां टेस्ट में शुभमन गिल ने अपनी जगह पक्की कर रखी है. वहीं व्हाइट बॉल क्रिकेट में तो भारत के पास ओपनर्स की भरमार है. ऐसे में अगर मयंक को टीम में वापसी करनी है तो उन्हें इस तरह का प्रदर्शन लगातार करके दिखाना होगा और भारतीय सेलेक्टर्स का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना होगा.
दोहरा और तिहरा शतक भी जड़ चुके हैं मयंक
मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में कुल 4 शतक और 2 दोहरे शतक भी जड़े हैं. हालांकि व्हॉइट बॉल क्रिकेट में वह अपनी छाप नहीं छोड़ पाए. लेकिन इसके अलावा बात करें उनके प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर की तो, इस दौरान मयंक ने कई दमदार पारियां खेली हैं, जिनको आज भी याद किया जाता है.
उसमें में से एक है जब उन्होंने 2017-18 की रणजी ट्रॉफी में कर्णाटक का प्रतिन्धित्व करते हुए महाराष्ट्र के खिलाफ 494 गेंदों का सामना करते हुए 304 रनों की नाबाद पारी खेली थी. इस तिहरे शतक में उनके बल्ले से 28 चौके और 4 छक्के भी देखने को मिले थे.