WTC Final: विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत आने वाले 7 जून से होने वाली है. भारत और ऑस्ट्रेलिया WTC फाइनल में एक दूसरे के साथ भिड़ेंगे. मुकाबला 7 से 11 जून तक लंदन के ओवल मैदान पर खेला जाएगा. जिसकी तैयारी दोनों टीमें शुरु कर चुकी है. इस मैच में भारत का सारा दारोमदार तेज़ गेंदबाज़ों पर होगा.
हालांकि पिछले कुछ सालों से भारत के गेंदबाज़ों ने दमदार प्रदर्शन किया है इसी बीच ऑस्ट्रेलिया का एक बल्लेबाज़ मैच शुरु होने से पहले टीम इंडिया के गेंदबाज़ों से डरता हुआ दिखाई दिया है. इस बल्लेबाज़ ने भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों को लेकर चौकाने वाला बयान दिया है.
WTC Final से पहले कांपा ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के घातक बल्लेबाज़ मार्नस लाबुशेन (Marnus Labuschagne)ने चौकाने वाला बयान दिया है. उनके मुताबिक भारतीय गेंदबाज़ WTC फाइनल में अहम भूमिका निभाएंगे. मार्नस लाबुशेन ने यह माना है कि भारतीय गेंदबाज़ों को खेलना आसान नहीं होने वाला है. हालांकि उन्होंने इंग्लैंड में काफी वख्त बिताया है और जमकर काउंटी क्रिकेट भी खेली है जिससे उन्हें WTC 2023 और एशेज़ सीरीज़ में काफी फायदा मिलेगा. लेकिन इन बातो को दौरान उन्होंने भारत की गेंदबाज़ी विभाग का लोहा माना है.
भारतीय गेंदबाज़ों के पास कौशल - मार्नस लाबुशेन
बता दें कि हाल ही में हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मार्नस लाबुशेन ने ऑस्ट्रलिया की ओर से बेहतरीन प्रदर्शन किया था. वह भारतीय गेंदबाज़ों की पेस अटैक को भलि भाति जानते हैं उन्होंने कहा “दो महीने पहले हम भारत के खिलाफ खेले थे और वह क्या कर सकते हैं इस बात को लेकर हमारी राय साफ है. लेकिन ड्यूक गेंद हाथ में होने से भारतीय तेज़ गेंदबाज़ और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं”.
काउंटी क्रिकेट से मिलेगा फायदा- मार्नस लाबुशेन
ऑस्ट्रेलिया के घातक गेंदबाज़ मार्नस लाबुशेन ने इस साल काउंटी क्रिकेट खेलते हुए 8 पारियों में अपने बल्ले का जादू दिखाया है. इस दौरान उन्होंने 504 रन बनाए हैं. काउंटी क्रिकेट की बात पर मार्नस लाबुशेन ने कहा
"मैं पिछले साल से यहां आ रहा हू. मुझे काउंटी क्रिकेट खेलना काफी पसंद है इससे काफी मद्द मिलती है और इस साल WTC 2023 और एशेज़ सीरीज़ खेलनी है इसलिए इन मैचों से पहले काउंटी क्रिकेट का काफी फायदा मिलता है, तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने से मेरी ज़िम्मेदारियां बढ़ जाती है. जो भी ऑस्ट्रेलिया के लिए तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करेगा उसके लिए काफी ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है".