दीप्ति शर्मा (Deepti Sharma) ने 24 सितंबर को लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे वनडे में इंग्लिश बैटर चार्लोट डीन को माकंडिंग (Mankading) के जरिए आउट कर एक बार फिर इस मामले को हवा दे दी है. मांकडिंग क्रिकेट एक ऐसा नियम है, जिसमें नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़े बल्लेबाज को गेंदबाज गेंद फेंकने से पहले अपने एंड पर स्टंप या गिल्लियों को बिखेर कर उसे आउट कर देता है. जिस पर कई बार विवाद भी देखा गया है.
हालांकि लंबी बहस के बाद ICC के नए नियमों के अनुसार माकंडिंग को रन आउट करार दे दिया है. आज हम इस आर्टिकल में माकंडिंग के इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं कि भारतीय खिलाड़ियों ने कब-कब माकंडिंग के जरिए सुर्खियां बटोरी और माकंडिंग किसके नाम पर रखा गया?
1. दीप्ति शर्मा (भारतीय महिला बनाम इंग्लैंड महिला टीम, 2022)
दीप्ति शर्मा (Deepti Sharma) ने मांकडिंग (Mankading) के जरिए इंग्लिश बैटर चार्लोट डीन को माकंडिंग किया. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर तेजी से दीप्ति शर्मा का नाम ट्रेंडिंग में हैं. क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड की बल्लेबाज चार्लोट डीन को मांकडिंग आउट करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी हैं.
चार्लोट डीन 80 गेंदों में 5 चौके की मदद से 47 रन बनाकर नॉन स्ट्राइकर एंड पर खडी थी. जो भारत की हार के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती थीं. लेकिन दीप्ति ने चालाकी दिखाते हुए माकंडिंग कर दिया. इसी के साथ दीप्ति शर्मा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पहली ऐसी गेंदबाज बनीं. जिन्होंने मांकडिंग (Mankading) के तहत किसी बल्लेबाज को आउट किया.
2. आर. अश्विन (राजस्थान रॉयल्स बनाम पंजाब किंग्स, 2019)
मांकडिंग (Mankading) आउट करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का भी नाम शामिल है. उन्होंने साल 2019 के आईपीएल के दौरान जोस बटलर को मांकडिंग कर खूब सुर्खियां बटोरी थी.
जिसके बाद उनको काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. जिस पर अश्विन ने कई बार सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने जो किया है वो खेल के नियम के अनुसार सही है. यही वजह है कि उन्हें उसका कोई दुख नहीं है. लेकिन, इस घटना के बाद क्रिकेट दिग्गजों ने अपनी-अपनी राय साझा की थी और कई दिग्गजों ने उन्हें विलेन ही साबित कर दिया था.
3. कपिल देव (भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका,1992)
भारतीय टीम को पहला विश्व कप जिताने वाले कपिल देव (Kapil Dev) ने साल 1992 के भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका मुकाबले में मांकडिंग (Mankading) किया था. उस दौरान कपिल देव दक्षिण अफ्रीका की पारी का 9वां ओवर फेंक रहे थे. नॉन-स्ट्राइकर पीटर कर्स्टन बार-बार अपनी क्रीज छोड़कर रन लेने के लिए आगे बढ़ रहे थे.
जिस पर कपिल ने कर्स्टन को चेतावनी दी और अंपायर से भी उनकी शिकायत की लेकिन, बल्लेबाज पर उनकी बात का कोई असर नहीं हुआ. इसके बाद कपिल देव ने पीटर कर्स्टन को क्रीज़ से बाहर निकलता देख मांकडिंग आउट कर कर दिया था.
3. वीनू मांकड़ (भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, 1947-48)
फैंस के मन में हमेशा ये सवाल होगा कि मांकडिंग (Mankading) की शुरूआत कहां से हुई और इसे किसके नाम पर रखा गया. तो आपके इस सवाल का जवाब है कि मांकडिंग’ का नाम भारतीय गेंदबाज वीनू मांकड़ (Vinod Mankad) के नाम पर ही पड़ा. पहली बार मांकडिंग आउट साल 1947-48 में भारत और ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान दिया गया था.
वीनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में बिल ब्राउन को इसी तरीके से आउट किया. वीनू मांकड़ के करियर की बात करें, तो उन्होंने 44 टेस्ट में 31 की औसत से 2109 रन बनाए. 5 शतक और 6 अर्धशतक लगाए. 231 रन की सबसे बड़ी पारी खेली.