Mahela Jayawardene: पिछले हफ्ते राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच हुए मुकाबले में नो-बॉल को लेकर विवाद देखने को मिला था। जिसके बाद से ही इस पर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया देते हुए दिग्गज नजर आए। अब हाल ही में मुंबई इंडियंस टीम के कोच महेला जयवर्धने (Mahela Jayawardene) ने भी इस विवाद को लेकर अपना बयान दिया है। महेला जयवर्धने (Mahela Jayawardene) का मानना है कि तकनीक के बेहतर इस्तेमाल के लिए वीडियो अंपायरों और मैदानी अंपायरों के बीच सूचनाओं का अधिक से अधिक संचार होना चाहिए।
अंपायर इन चीजों को देखे और मैदानी अंपायर को सूचित करे: Mahela Jayawardene
राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच हुए मुकाबले में नो-बॉल विवाद के बाद अब मुंबई इंडियंस के टीम कोच जयवर्धने ने मांग की है कि आईपीएल की इस घटना को एक वेक-अप कॉल के तौर पर लेना चाहिए, जिससे भविष्य में वीडियो अंपायरों का अच्छे से इस्तेमाल हो सके। उन्होंने इस सिलसिले में बात करते हुए कहा,
''यह आगे भी हो सकता है और हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है। क्या कोई ऐसा विकल्प है कि तीसरा अंपायर इन चीजों को देखे और मैदानी अंपायर को सूचित करे कि इस गेंद को चेक किया जाना चाहिए? यह देखकर दुख हो रहा था कि जब आप खेल रोक देते हो और लोग मैदान पर आ जाते हैं। लेकिन दिल से कहूं तो ये सिर्फ भावनाएं थीं जो अंतिम ओवर में पनप रही थीं। कुछ छक्के लग चुके थे और मैच रोमांचक हो गया था।"
''हालांकि नियम कहते हैं कि आप इन चीजों को चेक करने के लिए तीसरे अंपायर तक नहीं जा सकते हैं। किसी खिलाड़ी या कोच के लिए मैदान पर आने का विकल्प नहीं होता। हम कोचों के पास आईपीएल में टाइम आउट के दौरान मैदान पर आने का मौका होता है और यही वह समय होना चाहिए जब कोच या कोई और मैदान पर आए।''
Mahela Jayawardene ने पंत को किया सपोर्ट
महेला जयवर्धने ने कहा कि उन्होंने अपनी मुंबई इंडियंस टीम के साथ इस घटना पर चर्चा की और उन्हें एक मैच के दौरान अपने दायित्वों के बारे में याद दिलाया। साथ ही महिला जयवर्धन ने ऋषभ पंत को उनके बर्ताव के लिए सपोर्ट भी किया। महेला जयवर्धन (Mahela Jayawardene) ने पंत को सपोर्ट करते हुए कहा,
''हमने यह सब टेलीविजन पर देखा। ज्यादातर खिलाड़ी एक साथ मैच देख रहे थे और मैच के बाद हमने इस पर चर्चा की। हम भी हो सकता है कि डगआउट में इसी तरह से बर्ताव करते लेकिन मैदान पर जाना कोई विकल्प नहीं है। इस तरह से चीजें नहीं होनी चाहिए और मुझे पूरी उम्मीद है कि पंत और आमरे को भी पछतावा होगा। मुझे लगता है पंत ने जो भी कहा वह भावनाओं में कहा और अब आगे बढ़ जाना चाहिए।''