हार्दिक पांड्या: गुजरात टाइटंस ने इस सीजन की अपनी चौथी जीत दर्ज कर ली है। लखनऊ में खेले गए आईपीएल सीजन के 30वें मुकाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स को रोमांचक मुकाबले में 7 रनों से हार झेलनी पड़ी। लखनऊ की टीम निर्धारित 20 ओवरो में 136 रनों का मामूली से स्कोर की पीछा नहीं कर सके और सिर्फ 128 रन ही बना सके। गुजरात की टीम इस मैच में हार के बेहद गरीब थी। लेकिन, अंत में मोहम्मद शमी और मोहित शर्मा की धाकड़ गेंदबाजी ने केएल राहुल के जबड़े से जीत छीन ली। इसी कड़ी में मैच के बाद हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) गत विजेता टीम होने के घमंड में नजर आए है। उन्होंने प्रजेंटेशन में एक बड़ी प्रतिक्रिया दी है।
घमंड में आए हार्दिक पांड्या
गुजरात टाइटंस (LSG vs GT) की टीम ने मैच के आखिरी ओवर में मैच को जीत कर 2 अंक हासिल कर लिए है। इस जीत के साथ ही अंक तालिका में हार्दिक पांड्या एंड कम्पनी मजबूत में पहुंच चुकी है। लेकिन, इस जीत से कप्तान और हरफनमौला खिलाड़ी जीत के घमंड में चूर-चूर हो गए है। उन्होंने इस जीत को लेकर एक बेतूका बयान दिया है। पांड्या ने कहा कि,
"लड़कों को श्रेय। हम एक चैम्पियन टीम हैं, हमने पिछले साल जीत हासिल की थी। आपको अपने परिणामों से संतुष्ट होना होगा। विकेट मिलने के बाद जोश और माहौल बदल गया, यह बहुत अच्छा अहसास है। इस तरह की जीत आपके आत्मविश्वास को बढ़ा सकती है। मुझे लगता है कि जिस तरह से विकेट चल रहा था, हम 10 रन और बना सकते थे। अनिश्चितता थी। उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की और हमारा जीना मुश्किल कर दिया।
विकेट की वजह से बल्लेबाज लय हासिल नहीं कर पाए। स्ट्रेटजिक टाइमआउट के दौरान हमने सेट बैटर के अंत की ओर जाने के बारे में बात की। हम हमेशा उनका पीछा कर रहे थे, और इसमें कभी नहीं। जब उन्हें 30 गेंदों में 30 रनों की जरूरत थी तो मुझे लगा कि वे आगे हैं। लेकिन जब उन्हें 4 ओवर में 27 रन चाहिए थे, तो मुझे लगा कि वे दबाव में हैं।"
मोहित की शानदार गेंदबाजी- हार्दिक पांड्या
आखिरी ओवर में जीत के लिए केएल राहुल की टीम को जीत के लिए महज 12 रनों की जरूरत थी। इस दौरान क्रीज पर बल्ले से फॉर्म में दिख रहे राहुल बल्लेबाजी कर रहे थे। तभी हार्दिक ने गेंद अनुभवी मोहित शर्मा को थमाई और 4 गेंदो पर 4 विकेट चटका लिए और टीम की जीत में बहुत बड़ी भूमिका निभाई। इसी को लेकर हार्दिक पांड्या ने कहा कि,
"यहीं से मुझे लगा कि हम खेल में हो सकते हैं। जिस तरह हर गेंदबाज ने योगदान दिया, एक कप्तान के तौर पर मैं इसकी मांग नहीं कर सकता था। उसने (मोहित शर्मा) जितनी क्रिकेट खेली है, उसमें मुझे दखल देने की जरूरत नहीं है। उसने मेरा जीवन आसान बना दिया, उसने अपनी योजनाओं का समर्थन किया और उसे क्रियान्वित किया। शमी और मोहित रहे जबरदस्त, लंबे समय बाद खेल रहे जयंत का खास जिक्र. नूर में भी कुछ प्रतिभा है।"
हार्दिक पांड्या ने इस मुकाबले 50 गेंदो का सामना करते हुए 50 गेंदो में चार गगनचुंबी छक्के और 2 चौको की मदद से 66 रनो की पारी खेली।