कुछ समय पूर्व भारतीय टीम के साथ ही आईपीएल (IPL) टीम कोलकाता नाईट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) का मुख्य हिस्सा रहे कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav)इस वक्त दोनों ही टीमों में अपनी जगह बनाने के लिए जूझ रहे हैं. इस वक्त वो अपनी फॉर्म में नहीं हैं. इस सीजन में कुलदीप ने एक भी मैच नहीं खेला है. यहां तक कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरिज में भी उन्हें सिर्फ 1 टेस्ट और 2 वनडे ही खेलने का मौका मिला था. वैसे इस बार केकेआर का भी हाल बुरा ही है. वो तीन मैचों में 2 बार हार का सामना कर चुकी है. चाइनामैन के नाम से फेमस कुलदीप को उम्मीद है कि जल्द ही वो कोलकाता की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होंगे.
40 विकेट ले चुके हैं कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav)
बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने आईपीएल में 5 साल में कुल 45 मैच खेले हैं. जिसमे उनके नाम 40 विकेट दर्ज हैं. 2018 का सीजन उनके लिए सबसे अच्छा रहा जब कुलदीप ने 17 विकेट झटके थे. उसके बाद 2 सीजन के कुल 14 मैचों में वो सिर्फ 5 विकेट ही लेने में कामयाब हो सके. उनकी टीम दो मैच हार चुकी है. ऐसे में कुलदीप यादव का कहना है कि "अभी सिर्फ तीन ही मैच हुए हैं. मुझे उम्मीद है कि जल्द ही प्लेइंग इलेवन में मुझे मौका मिलेगा और मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा."
हरभजन से बहुत कुछ सीखने को मिला
कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) कोलकाता नाईट राइडर्स का इच्छा हैं और अब दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह भी इस टीम से जुड़ चुके हैं. कुलदीप का कहना है की भज्जी से उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला है. इस बारे में उनका कहना है कि -
"भज्जू पा (हरभजन) के टीम से जुड़ने से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला है. एक अनुभवी खिलाड़ी के साथ होने से टीम को फायदा होता है. मैं उनसे कई बातें पूछता रहता हूं. वह मुझे और अच्छी गेंदबाजी करने के साथ ही मानसिक रूप से मजबूत होने के बारे में बताते हैं.
अगर आप टीम को देखेंगे तो फ्रेंचाइजी ने टीम को सब कुछ दिया है. टीम में हरभजन सिंह और शाकिब उल हसन जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं . हमारी टीम मजबूत है और बल्लेबाजी में काफी गहराई है."
कोलकाता को हुआ घरेलू मैदान ना मिलने का नुकसान
चाइनामैन कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) का कहना है कि चेन्नई की पिच धीमी है और यहां स्पिनरों को मदद मिल रही है. गेंद रुक कर आ रही है, जिससे बल्लेबाजों को रन बनाना आसान नहीं है. कुलदीप ने कहा कि मुंबई इंडियंस और हैदराबाद के खिलाफ हमने मैच को अंत तक ले जाने की गलती की. क्योंकि चेन्नई में बाद के ओवरों में बड़े शॉट लगाना आसान नहीं है.
भारत के लिए 7 टेस्ट, 63 एकदिवसीय और 20 टी20 मैच खेल चुके कुलदीप यादव का मानना है कि कोलकाता की टीम को घरेलू मैदान ना मिलने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. अपना मैदान होने से प्रदर्शन अपने आप अच्छा हो जाता है. चेन्नई की पिच कोलकाता के मुकाबले काफी धीमी है.