एक बहुत ही मशहूर कहावत रही है कि ‘पूत के पाँव पालने में ही नजर आ जाते है’... ठीक वैसे ही कुलदीप यादव के साथ भी देखने को मिला. कुलदीप यादव ने जब अपने प्रोफेशनल करियर का आगाज किया, तब से ही यह कहा जाने लगा था कि यह आगे जाकर क्रिकेट की दुनिया का एक बड़ा नाम बनेगे और अभी तक ऐसा ही देखने को भी मिला.
आज चाइनामैन कुलदीप यादव के बिना भारतीय टीम की कल्पना भी करना किसी को गवारा नहीं है. टेस्ट, वनडे या टी20 कोई भी प्रारूप हो कुलदीप आज टीम इंडिया के मुख्य और प्रमुख खिलाड़ियों में से एक है.
याद किया टेस्ट डेब्यू
कुलदीप यादव को साल 2017 में अपना टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला. कुलदीप ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला के मैदान पर अपना टेस्ट पदार्पण किया था. हाल में ही क्रिकबज के एक शो ‘Spicy Pitch' के दौरान कुलदीप ने अपने डेब्यू से जुड़ा एक बेहद ही दिलचस्प किस्सा शेयर किया.
कुलदीप यादाव ने कहा, ‘’मुझे याद है कि मैं धर्मशाला में अपने टेस्ट डेब्यू के समय पर काफी भावुक हो गया था. उस समय मेरे लिए सबसे अहम बात यही थी कि मुझे अच्छा प्रदर्शन करना है. मुझे अच्छे से याद है कि मैच से ठीक एक दिन पहले अनिल सर मेरे पास आये और कहा 'आप कल का मैच खेल रहे हो और आपको पांच विकेट हासिल करने होगे'..''
अनिल कुंबले की बात सुन अचम्बे में पड़ गए थे कुलदीप
आप सभी को बता दे, कि उस समय भारतीय टीम के हेड कोच के रूप में पूर्व कप्तान और दिग्गज स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले टीम के साथ जुड़े हुए थे. कुलदीप यादव ने आगे कहा,
‘’अनिल सर की बात सुनने के बाद मैं क्षण भर के लिए शांत हो गया और मैंने कहा, 'हां सर, मैं पांच विकेट जरुर लूंगा’.’’
कुलदीप के अनुसार, ‘’लक्ष्मण शिवरामकृष्णन सर ने मुझे मेरी टेस्ट कैप सौंपी थी और गेंदबाजी के कुछ जरुरी टिप्स भी दिए थे. सच कहूँ तो उन्होंने मुझे क्या कहा मुझे बिल्कुल भी याद नहीं है. उस समय में एकदम कहीं खो सा गया था.''
अभी तक 6 टेस्ट मैचों में 24 विकेट ले चुके कुलदीप यादव ने आगे कहा, ''उस समय मैं खुद के ऊपर बहुत दबाव महसूस कर रहा था. मैं बहुत नर्वस भी था. मुझे बस यही लग रहा था कि इतनी बड़ी स्टेज पर मैं प्रदर्शन कैसे कर पाऊंगा. लेकिन लंच से पहले दो ओवर डालने के बाद मेरे अन्दर आत्मविश्वास आया और मैंने बेहद ही रिलैक्स फील किया. मैंने उसी क्षण यह तय कर लिया कि मैं इसे एक रणजी मैच की तरह ही खेलूँगा. टेस्ट क्रिकेट हमेशा मेरे दिल के बेहद करीब रहेगा.''
डेब्यू पर ही छोड़ी थी छाप
आप सभी को बता दे, कि अपने डेब्यू टेस्ट मैच में कुलदीप यादव चार ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का शिकार करने में सफल रहे थे. कुलदीप ने पहली पारी में डेविड वार्नर (56), पीटर हैंडकोंब और ग्लेन मैक्सवेल (8) और पैट कमिंस (21) को पवेलियन का रास्ता दिखाया था.
भारतीय टीम ने यह टेस्ट मैच पूरे आठ विकेट से जीतकर अपने नाम किया था.