आईपीएल (IPL) खिलाब पर दो बार कब्जा जमा चुकी कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) का प्रदर्शन मौजूदा समय में कुछ खास अच्छा नहीं रहा है. ऐसा टीम इंडिया के गेंदबाज कुलदीप यादव (kuldeep yadav) का भी मानना है. इस साल की बात करें तो टीम हर विभाग में बेहद कमजोर नजर आई. इस टूर्नामेंट के स्थगित होने से पहले केकेआर ने कुल 7 मुकाबले खेले थे. जिसमें से सिर्फ 2 मैचों में जीत थी.
केकेआर में गौतम गंभीर के नजरिए की कमी खल रही है
इस समय प्वाइंट टेबल में टीम 7वें नंबर पर है. जिसे लेकर उन्हीं की टीम के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज ने बड़ा बयान दिया है. इस बारे में उनका मानना है कि, टीम इस लीग को गंभीरता से नहीं ले रही है. लेकिन, गौतम गंभीर की कप्तानी में ऐसी परिस्थितियां नहीं थी. क्योंकि वो हमेशा टीम को आगे ले जाने के बारे में सोचते थे. इस बारे में कुलदीप यादव (kuldeep yadav) ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत करते हुए कहा कि,
"जब आप अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट देखते हैं तो आप देखेंगे कि विराट कोहली (Virat Kohli) अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं और टीम को आगे ले जाने की भूख उनमें साफ दिखाई देती है. ऐसा तब केकेआर के साथ थी जब टीम की कमान गौतम गंभीर के हाथों में थी.
वो हमेशा अपनी टीम के बेहतरीन प्रदर्शन के बारे में सोचते थे. वो टीम को जीत दिलाना चाहते थे. लेकिन, मौजूदा समय में टीम में इसकी खास कमी खल रही है. वो उस तरह नहीं सोच रहे".
केकेआर टीम से वो समर्थन नहीं मिला जो गौतम भाई से मिला
इसके साथ ही उन्होंने आगे बातचीत करे हुए केकेआर (KKR) की तरफ से मौका ना मिलने पर निराशा भी जताई. इस बारे में कुलदीप यादव (kuldeep yadav) ने कहा कि,
'काफी अजीब लगता है जब आप अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और फ्रेंचाइजी की तरफ से खेलने का मौका नहीं मिलता. ऐसे में आपको इस तरह की नजरअंदागी का बुरा लगता है. लेकिन, कड़ी मेहनत के अलावा आप कुछ कर भी नहीं सकते.
मुझे केकेआर टीम से ऐसा सपोर्ट नहीं मिला जैसी कि मुझे फ्रेंचाइजी से उम्मीद थी. क्योंकि गौतम भाई ने जिस तरह का भरोसा मुझ पर दिखाया, शायद मुझे वह इस टीम में नहीं मिला'.
श्रीलंका दौरे पर स्पिनर को मिली जगह
आगे इसी सिलसिले में बातचीत करते हुए कुलदीप यादव (kuldeep yadav) ने ये बात भी कही कि,
'शायद केकेआर टीम इस टूर्नामेंट को गंभीरता से नहीं ले रही या हार के बाद टीम अपने दृष्टिकाेण में बदलाव करने के बारे में सोच ही नहीं रही है. ये चीजें काफी ज्यादा अहमियत रखती हैं. लेकिन, अभी ये गायब है'.
बता दें कि, मौजूदा सीजन के एक भी मुकाबले की प्लेइंग 11 में स्पिन गेंदबाज को खेलने का मौका नहीं दिया गया है. जबकि गौतम गंभीर की कप्तानी में उन्होंने 15 मैच में 18 विकेट लिए. फिलहाल कुछ वक्त से उन्हें सीनियर टीम में भी नजरअंदाज किया जा रहे है. ज्यादा वक्त उन्हें सिर्फ बेंच पर ही बैठे हुए देखा गया है. लेकिन इस हाल ही में उनका चयन श्रीलंका दौरे के लिए वनडे और टी20 सीरीज में हुआ है. जहां वो खुद को साबित करने की कोशिश करेंगे.