Rohit Sharma: भारतीय क्रिकेट टीम में कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जो मेहनत के दम पर टीम इंडिया में अपनी जगह को सुनिश्चत करते हैं. लेकिन कुछ खिलाड़ी अपने कप्तान के चहेते नहीं बन जाते हैं, जिसकी वजह से दूसरे खिलाड़ियों को इसका खामियाज़ा भी भुगतना पड़ता है. आज के लेख में हम बात कर रहे हैं एक ऐसे ही खिलाड़ी की जिसने अपने मेहनत के दम पर भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाई थी.
लेकिन रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने इस खिलाड़ी को वेस्टइंडीज़ के खिलाफ स्क्वाड में होने के बावजूद प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया और मनमानी करते हुए दोस्ती निभाई. उनके इस फैसले के बाद ऐसी खबरें उठने लगी हैं कि महज 29 साल की उम्र में ही ये क्रिकेटर संन्यास लेने को मजबूर हो सकता है.
Rohit Sharma इस खिलाड़ी को संन्यास के लिए कर रहे हैं मजबूर
दरअसल टीम इंडिया इन दिनों वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 2 टेस्ट मैच की सीरीज़ खेल रही है, जिसका पहला मुकाबला डोमिनिका में खेला जा रहा है. इस मैच में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने केएस भरत की जगह अपने दोस्त ईशान किशन को मौका दिया. हालांकि इस 29 साल के बल्लेबाज ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में अपनी विकेटकीपिंग से काफी प्रभावित किया था.
इसके बावजूद कप्तान ने यारी दोस्ती के चक्कर में उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ अंतिम एकादश से दूध की मक्खी की तरह निकाल कर बाहर फेंक दिया. महज 29 साल की उम्र में इस तरह से टीम से बाहर होने के बाद ये खिलाड़ी संन्यास के बारे में विचार कर सकता है.
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भी मिला था मौका
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में शानदार विकेटकीपिंग के दम पर केएस भरत ने अपनी जगह को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में सुनिश्चित किया था. लेकिन वह अपने बल्ले से रन बनाने में विफल रहे थे. उन्होंने पहली पारी में 5 रन जबकि दूसरी पारी में 23 रन बनाया था. लेकिन उन्होंने अपनी विकेटकीपिंग से लोगों का ध्यान जरूर खींचा था.
लेकिन, मध्यक्रम में भारतीय टीम को ऐसे खिलाड़ी की जरूरत है जो विकेटकीपिंग के साथ रन बनाने में भी योगदान दे सके. जो करने में केएस भरत असफल रहे हैं. ऐसे में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने उन्हें वेस्टइंडीज़ के खिलाफ पहले से बाहर कर दिया.
ईशान किशन के रहमो करम पर टिका है केएस का करियर
केएस भरत अभी महज 29 साल के हैं. उन्हें ऋषभ पंत और केएल राहुल की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया का हिस्सा बनाया गया है. उनसे उम्मीद थी कि वो मध्यक्रम में पंत की कमी को भरेंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं, बल्ले से वो पूरी तरह फ्लॉप रहे. जबकि भारतीय टीम को मिडिल ऑर्डर को मजबूती देने वाले बल्लेबाज की आवश्यकता है.
शायद यह बड़ी वजह है कि रोहित शर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में केएस के साथ ना जाकर ईशान किशन को डेब्यू का मौका देना जरूरी समझा. या यूं कहें कि ये ईशान के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है. यदि वो इस टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन कर खुद को साबित करने में कामयाब रहते हैं तो केएस भरत का टीम इंडिया पत्ता कट सकता है. क्योंकि इंजरी से केएल राहुल औप पंत भी रिकवरी कर रहे हैं. ऐसे में इनकी वापसी के बाद महज 29 की उम्र में ही भरत को संन्यास लेने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है.
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