KL Rahul: गाबा में भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच खेला जा रहा है. इस मुकाबले में भारतीय टीम की ओर से पारी की शुरुआत करने नियमित ओपनर रोहित शर्मा नहीं उतरे. यशस्वी जायसवाल के साथ केएल राहुल (KL Rahul) पारी का शुरूआत करने आए. उन्होंने कमाल की बल्लेबाजी करते हुए अपनी मास्टर क्लास दिखाई. एक तरफ विकेटों की झड़ी लग रही थी. दूसरी ओर केएल राहुल ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी के सामने चट्टान की तरह खड़े रहे.
एक समय था कि उन्हें सोशल मीडिया पर उनकी खराब बल्लेबाजी को लेकर जमकर आलोचना हो रही थी यहां तक कि उन्हें भारतीय टीम पर बोझ भी बताया गया. लेकिन, उन्होंने ना सिर्फ अपने बल्ले से मुंहतोड़ जबाव दिया, बल्कि अपने उपर लगे कलंक को भी मिटा दिया है. अब वो टीम इंडिया के लिए संकटमोचन बन गए हैं और हालात ऐसे कर दिया हैं कि उन्हें किसी भी हाल में गौतम गंभीर ड्रॉप नहीं करने वाले हैं.
KL Rahul ने बल्ले से आलोचकों को दिया मुंहतोड़ जवाब
केएल राहुल (KL Rahul) लंबे समय के बाद अपनी फॉर्म हासिल कर चुके हैं. उनके बल्ले से रन निकलने शुरू हो गए हैं. उन्होंने तीसरे टेस्ट की पहली पारी में 105 गेंदों का सामना किया और 84 रनों की जबरदस्त पारी खेली. उनकी यह पारी इसलिए भी खास है क्योंकि टीम इंडिया ने 75 रन के स्कोर पर 5 विकेट गंवा दिये थे.
जिसके बाद केएल राहुल ने 22 गज की पिच पर मोर्चा संभाला और भारत को शर्मनाक स्थिति में जाने से बचाया. अगर, उनके बल्ले से 84 रनों की पारी नहीं निकलती तो भारत मुश्किल में फंस सकता था. उन्होंने अपनी इस पारी से अपने आलोचकों को मुंहतोड़ जवाब दे दिया है. उन्हें बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ रन नहीं बनाने पर टीम से बाहर किए जाने की मांग उठ रही थी.
केएल राहुल ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में बनाए 231 रन
ऑस्ट्रेलिया में खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में केएल राहुल (KL Rahul) का नाम चौथे पायदान पर है. उन्होंने 36.75 की औसत से 231 रन बनाए हैं. उन्होंने शादार डिफेंट किया. इतना ही नहीं उन्होंने ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों के सामने अधिक समय बिताते हुए 463 गेंदों का सामना किया जो बताया है कि उन्होंने पिच पर समय बिताने के लिए काफी समय गुजरा. यही कराण है कि भारतीय बल्लेबाज ऐसा करने में असफल रहें जिसकी वजह से वह सस्ते में आउट हो गए.
अब हेड कोच भी केएल राहुल को किसी भी हाल में नहीं करेंगे बाहर
गौतम गंभीर के कार्यकाल में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेली जा रही है. यह उनके हेड कोच बनने के बाद ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज है. इस सीरीज से पहले भारत को अपने घर में 3-0 से हार का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद गंभीर की कोचिंग पर सवाल उठने लगे थे कि वह फ्लॉप खिलाड़ी केएल राहुल (KL Rahul) को क्यों बैक रहे हैं. लेकिन, उनका यह विश्वास ऑस्ट्रेलिया में टीम के काम आया और लोकेश राहुल ने शानदार बल्लेबाजी की मुजायरा पेश किया. अभी 2 टेस्ट बाकी है. ऐसे में हेड कोच उन्हें बिल्कुल भी बेंच पर बिठाने की गलती नहीं करना चाहेंगे.