भारत-साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच टेस्ट सीरीज के बाद 3 मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी. केएल राहुल (KL Rahul) की कप्तानी में इसकी शुरूआत 19 जवनरी को होगी. रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में लोकेश पर कप्तानी की जिम्मेदारी होगी. वहीं जसप्रीत बुमराह को उप कप्तानी सौंपी गई है.
इस श्रृंखला पर हर किसी की निगाहें गड़ी हैं. ऐसा पहली बार होगा जब लोकेश अंतर्राष्ट्रीय टीम की मेजबानी करने उतरेंगे. ऐसे में फैंस चाहेंगे कि जीत के साथ भारत आगाज करे. टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद टीम इंडिया से यही उम्मीद होगी कि वो वनडे श्रृंखला पर जरूर कब्जा जमाए. पहला वनडे मैच दोनों टीमों के बीच बोलैंड पार्क स्टेडियम में खेला जाएगा.
इस श्रृंखला के लिए कुल चयनकर्ताओं ने 19 सदस्यीय टीम का ऐलान हुआ है जो साउथ अफ्रीका पहुंच चुकी है. हालांकि जाहिर सी बात है कि हर खिलाड़ी को इस सीरीज में मौका नहीं मिल सकेगा. हम अपनी खास रिपोर्ट में ऐसे 3 क्रिकेटर्स के बारे में बात करने जा रहे हैं जिन्हें केएल राहुल (KL Rahul) की कप्तानी में अंतिम ग्यारह में मौका नहीं मिलेगा.
जयंत यादव
इस लिस्ट में पहला नाम जयंत यादव (Jayant yadav) का आता है जिनकी काफी लंबे समय बाद टीम इंडिया में वापसी हुई है. साल 2016 में उन्होंने अपने करियर का पहला और आखिरी वनडे मैच खेला था. इसके बाद इस फॉर्मेट में उन्हें एक भी बार मौका नहीं दिया गया. यानी पूरे 6 साल बाद भारतीय वनडे टीम में जयंत यादव की वापसी हुई है.
हालांकि वो चयनकर्ता की पहली पसंद नहीं थे. पहले वाशिंगटन सुंदर को 19 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया था. लेकिन, अफ्रीका रवाना होने से पहले ही सुंदर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी कि जिसके बाद उनके रिप्लेसमेंट के तौर पर जयंत को टीम में शामिल किया गया है.
ऐसे में जाहिर तौर पर केएल राहुल (KL Rahul) उसी खिलाड़ी को वनडे प्लेइंग इलेवन में मौका देंगे जो लगातार खेलते आए हैं. यानी उनकी पहली पसंद आर अश्विन जैसे स्पिनर होंगे. इसलिए यह कह सकते हैं लोकेश की कप्तानी में जयंत को अंतिम ग्यारह में मौका मिलना नामुमकिन है.
मोहम्मद सिराज
इस लिस्ट में दूसरा नाम मोहम्मद सिराज (Mohammed siraj) का आता है जो लगातार टेस्ट फॉर्मेट में छाए हुए हैं. सिराज भले ही क्रिकेट में लगातार एक्टिव हैं लेकिन, सीमित फॉर्मेट के मुकाबलों में उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक ज्यादा अच्छा नहीं रहा है. जिस तरह टेस्ट में सिराज घातक साबित होते हैं उस तरह का प्रभाव वो टी20 और वनडे प्रारूप में नहीं छोड़ सके हैं.
सिराज ने अपने वनडे करियर में सिर्फ एक ही मुकाबला खेला है. जिसमें उन्होंने बिना किसी सफलता के 7.06 की इकोनॉमी रेट से गेंदबाजी की थी. यह डेब्यू मुकाबले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2019 में खेला था. इसके बाद उन्हें इस प्रारूप में एक भी मैच की प्लेइंग इलेवन में नहीं उतारा गया. ऐसे में जाहिर तौर पर अफ्रीका के खिलाफ कप्तान की पहली पसंद भुवनेश्वर, राहुल चाहर जैसे गेंदबाज होंगे.
मोहम्मद सिराज के वनडे प्रदर्शन को देखते हुए ये कह सकते हैं कि उन्हें केएल राहुल (KL Rahul) की कप्तानी में अफ्रीका के खिलाफ वनडे प्लेइंग इलेवन में मौका मिलना मुश्किल है.
ईशान किशन
इस लिस्ट में तीसरा बड़ा नाम ईशान किशन (Ishan Kishan) का आता है जिन्होंने पिछले साल ही इस फॉर्मेट में डेब्यू किया था. अभी तक उन्होंने इस प्रारूप में सिर्फ 2 ही मुकाबले खेले हैं. इन 2 मुकाबलों में बल्लेबाजी करते हुए ईशान किशन ने 30 की औसत 60 रन बनाए थे. ईशान अटैकिंग बल्लेबाजी करने के साथ ही विकेटकीपिंग भी करते हैं.
लेकिन, भारतीय टीम में विकेटकीपर के तौर पर युवा खिलाड़ी ऋषभ पंत भी हैं जो अनुभवी होने के साथ ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी भी करते हैं और कभी भी गेम का रूख पलटने की काबिलियत भी रखते हैं. ऐसे में एक बात स्पष्ट है कि ईशान किशन से ज्यादा प्रायोरिटी ऋषभ पंत को मिलेगी.
क्योंकि इस फॉर्मेट में वो लगातार खेलते आ रहे हैं. उन्हें 18 मुकाबलों का अनुभव है. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि केएल राहुल (KL Rahul) की कप्तानी में ईशान को प्लेइंग XI में मौका मिलना मुश्किल है.