केएल राहुल (KL Rahul) ने लॉर्ड्स के मैदान पर शानदार शुरूआत की है. शतकीय पारी खेले के बाद अभी वो क्रीज पर टिके हुए हैं. नॉर्टिंघम टेस्ट में सेंचुरी से चूकने के बाद दूसरे मुकाबले में भी उन्होंने संयम की शानदार परिभाषा पेश की है. उनके पास इस मैदान पर एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने का अच्छा मौका है. जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं.
युवा सलामी बल्लेबाज ने हासिल की ये बड़ी उपलब्धि, इन 7 दिग्गजों तो छोड़ा पीछे
आज के दिन लोकेश के पास बड़ी पारी खेलने का मौका होगा. लॉर्ड्स में बड़ी पारी खेलने वाले भारतीयों की लिस्ट में वो तीसरे स्थान पर हैं. पहले नंबर पर वीनू मांकड़ (vinoo mankad 184), दूसरे नंबर पर दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar 157) और तीसरे स्थान पर सौरव गांगुली (sourav ganguly 131) बरकरार हैं. जिन्होंने सबसे बड़ी पारी खेली है. लोके की बात करें तो उन्होंने अपनी शतकीय पारी में पहली बाउंड्री 108वीं गेंद पर लगाई थी. इससे पहले 107 गेंद का सामना करते हुए उन्होंने कुल 22 रन ही थे.
इसके बाद मोईन अली की गेंद पर निशाना साझते हुए पहली बार गेंद को सीधा स्टेडियम में छक्के के लिए भेजा. केएल राहुल (KL Rahul) लॉर्ड्स के ऐतिहासिक ग्राउंड पर शतक लगाने वाले 10वें भारतीय खिलाड़ी हैं. दिलीप वेंगसरकर इस मैदान पर सबसे ज्यादा 3 शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं. सौरव गांगुली, गुंडप्पा विश्वनाथ, वीनू माकंड़, दिलीप वेंगसकर, मोहम्मद अजहरुद्दीन, राहुल द्रविड़, रवि शास्त्री, अजिंक्य रहाणे और अजित आगरकर भी यहां पर शतकीय पारी खेल चुके हैं.
लॉर्ड्स पर एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले 10 खिलाड़ियों में से 7 बल्लेबाजों को लोकेश पीछे छोड़ चुके हैं. 2000 के बाद से इंग्लैंड में शतक बनाने वाले किसी भारतीय सलामी बल्लेबाज का यह केवल छठा बेहतरीन प्रदर्शन है. पिछले पांच शतकों में से एक लोकेश का भी शतक शामिल है. उन्होंने साल 2018 में ओवल में 149 रन की पारी खेली थी. यह उनके टेस्ट करियर का 6ठा शतक है. जबकि इंग्लैंड के खिलाफ ये उनका तीसरा शतक है. लॉर्ड्स में टेस्ट शतक जड़ने की लिस्ट में वो तीसरे भारतीय ओपनर बन चुके हैं.
केएल राहुल (KL Rahul) से पहले वीनू मांकड़ और रवि शास्त्री ने इस खास उपलब्धि को अपने नाम किया था. इतना ही नहीं सबसे ज्यादा टेस्ट शतक बनाने के मामले में वो भारतीय बल्लेबाजों में 24वें नंबर पर हैं. एमएस धोनी और मंसूर अली खान पटौदी के भी बल्ले से 6-6 शतक निकल चुके हैं. फिलहाल युवा सलामी बल्लेबाज के नाम अब एशिया के बाहर 4 टेस्ट शतक दर्ज हो गए हैं. जो किसी भारतीय ओपनर के लिए संयुक्त तौर से दूसरा सबसे अधिक है.
टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के नाम भी इतने शतक दर्ज हैं. सुनील गावस्कर 15 शतक बनाने के साथ इस लिस्ट में टॉप पर हैं. पिछले 6 सालों में एशिया के बाहर भारत की ओर से सिर्फ 4 शतक लगाए गए हैं और ये चारों ही शतक लोकेश के बल्ले से निकले हैं. इसके साथ ही रोहित शर्मा (Rohit sharma) और लोकेश लॉर्ड्स टेस्ट में 100 से ज्यादा रन बनाने वाली तीसरी भारतीय ओपनिंग जोड़ी बन गई है. इन दोनों ने पहले विकेट के लिए कुल 126 रन जोड़े थे.
इससे पहले फारुख इंजीनियर-सुनील गावस्कर (131), और वीनू मांकड़- पंकज रॉय (106) ने यह बड़ा कारनामा किया था. वहीं बात करें रोहित शर्मा की तो विदेशी धर्त पर टेस्ट में उन्होंने अपना उच्च स्कोर बनाया है. साल 2015 में कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ 79 रनों के अपने टैली से वो आगे छलांग लगा चुके हैं. हिटमैन ने लॉर्ड्स में 83 रनों की जबरदस्त पारी खेली थी. इस मुकाबले में उन्होंने केएल राहुल (KL Rahul) के साथ पहले विकेट के लिए 126 रन भी जोड़े थी.
साल 2000 के बाद से एशिया के बाहर टेस्ट मैच में किसी भारतीय जोड़ी की ओर से हिटमैन का छठा सबसे बड़ा ओपनिंग स्टार्टअप है. इतना ही नहीं लोकेश पहले ऐसे सलामी बल्लेबाज हैं जिन्होंने पहले और तीसरे विकेट के लिए 117 रन जोड़े. लॉर्ड्स में किसी भारतीय खिलाड़ी ने एक ही मैच में पहली दफा दो शतकीय पार्टनरशिप की है. जेम्स एंडरसन टेस्ट मैच में 9 बार पुजारा का विकेट ले चुके हैं.
अभी तक पुजारा को टेस्ट फॉर्मेट में सबसे ज्यादा बार अपना निशाना बनाने वाले ऑस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर नाथन लायन हैं. जिन्होंने उन्हें सबसे ज्यादा (10) बार आउट किया है. जेम्स एंडरसन ने अब लॉर्ड्स में भारत के खिलाफ 30 विकेट हासिल किए हैं. जो भारत के खिलाफ टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा है. श्रीलंका के पूर्व ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने पहले रिकॉर्ड बनाया था. उन्होंने भारत के खिलाफ कोलंबो में 29 विकेट चटकाए चे.