भारत-इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच खेले जा रहे सीरीज के चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन केएल राहुल (KL Rahul) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने शानदार शुरूआत की थी. लेकिन, एक बड़ी पारी खेलने से लोकेश चूक गए. जिस तरह से वो आउट हुए थे, उसे वो संतुष्ट नहीं थे. इसे लेकर थर्ड अंपायर पर सवाल भी खड़े हुए थे. इसी बीच अब सलामी बल्लेबाज को आईसीसी (ICC) के नियम के तहत एक बड़ा झटका लगा है. क्या है पूरी खबर जानिए इस रिपोर्ट के जरिए.
लोकेश के खिलाफ आईसीसी ने लिया एक्शन
दरअसल बीते शनिवार को 34वें ओवल में जेम्स एंडरसन की गेंद पर लोकेश ने अपना विकेट गंवा दिया था. जिसे लेकर सोशल मीडिया पर काफी बहस भी हुई थी. लेकिन अब भारतीय सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) पर शनिवार को अंपायर के फैसले पर असहमति जताने के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने 15% मैच फीस का जुर्माना लगाया है.
ये पूरा मामला उस दौरान का है जब भारत की दूसरी पारी में रोहित और लोकेश के बीच 83 रन की शानदार पार्टनरशिप हो चुकी थी और दोनों बल्लेबाज क्रीज पर जम चुके थे. इसके बाद इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने 34वें ओवर में ओपनर बल्लेबाज लोकेश को 46 रन के स्कोर पर आउट कर दिया. एंडरसन की गेंद पर विकेट के पीछे से जॉनी बेयरेस्टो ने कैच लपका था.
थर्ड अंपायर के फैसले पर असहमति जताने पर कटी 15% मैच फीस
पहले तो मैदान अंपायर ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों की अपील पर केएल राहुल (KL Rahul) को नॉटआउट करार दिया था. इसके बाद इंग्लैंड ने रिव्यू लिया और थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया. इस फैसले से लोकेश से नाखुश दिखाई दिए और मैदानी अंपायर से कुछ कहते हुए भी सुने गिए. अंपायर के इस फैसले से उस समय कमेंट्री कर रहे दिग्गज सुनील गावस्कर नाराज दिखाई दिए.
यहां जब इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने डिसीजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) लिया तो तीसरे अंपायर ने स्निको मीटर की हेल्प ली और उसमें दिखा कि गेंद जब राहुल के बल्ले के पास से गुजरी तो स्निको मीटर की रेखाओं में हरकत हुई है. जिसे देखते हुए थर्ड अंपायर ने लोकेश को आउट करार दिया. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, सलामी बल्लेबाज पर आईसीसी आचार संहिता के स्तर 1 के उल्लंघन पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है.
इन नियमों का सलामी बल्लेबाज ने किया था उल्लंघन
इसके अलावा केएल राहुल (KL Rahul) को आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 का उल्लंघन करते हुए पाया गया. जो "एक अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान एक अंपायर के फैसले पर असंतोष दिखाने" से जुड़ा है. इतनी ही नहीं इस सलामी बल्लेबाज के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ा गया है. जिसके मुताबिक 24 महीने की अवधि में यह पहला अपराध था.