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भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) को अक्सर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ता है। खराब प्रदर्शन और धीमी बल्लेबाजी के चलते उन्हें आलोचक खूब ट्रोल करते हैं। श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के फ्लॉप प्रदर्शन के बाद भी उनकी जमकर आलोचना हुई थी। वहीं, अब केएल राहुल ने एक अपने ट्रोलर्स को करारा जवाब दिया है। एक ‘पॉडकास्ट’ के दौरान उन्होंने कहा वह कुछ भी करते हैं तो उन्हें (KL Rahul) ट्रोलिंग झेलनी पड़ती थी।
KL Rahul ने दिया ट्रोलर्स को जवाब
- दरअसल, हाल ही में केएल राहुल (KL Rahul) ने निखिल कामथ के साथ पॉडकास्ट में ट्रोलर्स को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि वह कुछ भी करें, ट्रोलर्स उन्हें ट्रोल करते रहते हैं।
- 'मैं ट्रोलिंग से अच्छी तरह निपट लेता था। मुझे लगता था कि मुझे परवाह नहीं है। मैं तब बहुत छोटा था। कुछ साल पहले, मुझे बहुत ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा।
- मुझे बहुत ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। अगर मैं बैठता तो ट्रोलिंग होती, अगर मैं खड़ा होता तो भी ट्रोलिंग होती। अब मुझे ऐसा नहीं लगता क्योंकि उस इंटरव्यू ने मुझे बहुत ज़्यादा आघात पहुंचाया।
कॉफी विद करण विवाद पर KL Rahul ने तोड़ी चुप्पी
- याद दिला दें कि साल 2019 में केएल राहुल (KL Rahul) ने कॉफी विद करण में हार्दिक पंड्या के साथ शिरकत की थी। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक बयान दे दिया था, जिसके बाद उन्हें खूब ट्रोल किया गया।
- इस विवाद के चलते भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने केएल राहुल को निलंबित कर दिया गया था। इसके अलावा भारतीय फैंस उन्हें 'सेक्सिस्ट' कहने लगे थे। इस मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए उन्होंने कहा,
- टीम से सस्पेंड होना, मुझे कभी स्कूल से भी सस्पेंड नहीं किया गया था.मैं बचपन से ही बहुत शर्मीला और मृदुभाषी था. फिर भारत के लिए खेलते हुए मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ गया था.
KL Rahul को हुआ था निलंबित होने से दुख
- केएल राहुल (KL Rahul) ने आगे कहा कि, "मुझे लोगों के ग्रुप के साथ कोई समस्या नहीं होती थी. अगर एक कमरे में 100 लोग होते तो मुझे हर कोई जानता क्योंकि मैं हर किसी से बात करता."
- "अब मैं ऐसा नहीं करता क्योंकि उस इंटरव्यू ने मुझे बहुत डरा दिया. मुझे स्कूल में कभी सजा नहीं मिली थी. यह सब मेरे साथ कभी नहीं हुआ. मुझे नहीं पता था कि इससे कैसे निपटूं.
- 'मैंने स्कूल में छोटी-छोटी शरारतें कीं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया जिससे मुझे स्कूल से निकाल दिया जाए या मेरे माता-पिता को आना पड़े. वो मेरी पहली शरारत थी और फिर आपको पता चलता है कि यह कितनी बुरी थी.'