क्रिकेट गलियारों में कपिल देव (Kapil Dev) का एक अलग ही रुतबा है। उन्होंने अपने दिनों ऐसे-ऐसे कारनामे किए जिस वजह से आज उनका नाम गर्व से लिया जाता है। वहीं, उन्होंने आज ही के दिन यानी 18 जून को इंग्लैंड में ऐसा रिकॉर्ड कायम किया जिसने क्रिकेट जगत में भारतीय खिलाड़ियों की किस्मत को पूरी तरह बदल कर रख दिया। 39 साल पहले कपिल वनडे में शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलड़ी बने थे। आइए विस्तार में जानते हैं इस बारे में.....
Kapil Dev बने भारत के लिए ODI क्रिकेट में शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी
कहानी आज से 39 साल पुरानी है। उन दिनों क्रिकेट जगत में एक नाम बहुत तबाही मचा रहा था कपिल देव (Kapil Dev)। इस नाम ने क्रिकेट गलियारों में टीम इंडिया को एक नई पहचान दी थी। साल 1983 में टीम इंडिया को वनडे वर्ल्ड कप का खिताब दिलवा उन्होंने दुनिया को चौंका दिया था। उस समय इंग्लैंड में 24 वर्षीय युवा खिलाड़ी कपिल देव ने (Kapil Dev) भारतीय टीम का नेतृत्व किया था।
39 साल पहले ये सोचना तो दूर किसी ने इसका ख्वाब भी नहीं देखा था कि भारतीय टीम वेस्टइंडीज और इंग्लैंड जैसी दिग्गज टीमों के सामने विश्व कप का खिताब भी जीत सकती है। क्योंकि उस समय विंडीज और इंग्लैंड जैसे टीमें अर्श पर थी और भारतीय टीम फर्श पर। लेकिन इस अनहोनी को होनी में तब्दील करने वाला भी एक ही नाम था कपिल देव (Kapil Dev)। भारत को वर्ल्ड कप दिलवाने में कपिल के बल्ले का भी योगदान रहा और गेंद का भी।
5 विकेट की नुकसान पर टीम इंडिया ने बनाए थे महज 17 रन
हुआ कुछ यूं कि 18 जून को 1983 को टीम इंडिया का फाइनल मैच में सामना जिम्बाब्वे से हुआ। टीम इंडिया यहां ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को मात देकर आई थी और इस खबर ने दुनियभर में सनसनी मचा दी थी। मुकाबले की शुरुआत टीम इंडिया के टॉस जीतकर हुई। पहले बल्लेबाजी का फैसला किया गया। लेकिन कप्तान कपिल का ये फैसला टीम इंडिया पर बुरी तरह हावी होने लगा। टीम इंडिया को अच्छी स्टार्ट नहीं मिल पाई।
ओपनिंग बैट्समैन सुनील गावस्कर बिना खाता खोले पवेलीयन लौट गए। दूसरे श्रीकांत भी 13 गेंद खर्च करने के बाद बेंच गर्म करने चले गए। तीसरे नंबर पर उतरे मोहिंदर अमरनाथ 5, संदीप पाटिल 1 और यशपाल शर्मा नौ रन बनाकर आउट हो गए। और ऐसे टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर बैट्समैन महज 17 रन ही जोड़ पाए। जिसके बाद कयास लगाए गए कि ऑस्ट्रेलिया के बाद जिम्बाब्वे की टीम भी भारत को मात देगी।
मैच में आया Kapil Dev नाम का तूफान
बैक टू बैक पांच विकेट गंवाने के बाद टीम इंडिया मुसीबतों में घिरी नजर आई। ऐसे में टीम के कप्तान कपिल देव टीम के लिए संकटमोचक बनकर उभरे। मोर्चा संभालते हुए छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे कपिल देव ने पहले रोजर बिन्नी, रवि शास्त्री और मदन लाल के साथ छोटी-छोटी साझेदारियां कीं। भारत 140 रनों में अपने आठ विकेट खो चुका था।
इसके बाद टीम के कप्तान ने कप्तानी पारी खेलते हुए सैयद किरमानी (24*) के साथ नाबाद 126 रनों की साझेदारी निभाई। भारतीय टीम 60 ओवर में आठ विकेट के नुकसान पर 266 रन बनाने में सफल रही। कपिल देव ने 138 गेंदों में नाबाद 175 रन की ऐतिहासिक पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 16 चौके और 6 छक्के लगाए। भारत ने यह मैच 31 रन से जीता था।
Kapil Dev की ऐतिहासिक पारी नहीं हो सकी रिकॉर्ड
आपको बता दें कि एक इंटरव्यू के दौरान कपिल देव (Kapil Dev) ने अपनी इस ऐसतिहासिक पारी के बारे में बात करते हुए बताया था कि “जब भारत बल्लेबाजी कर रहा था तो वो नहाने गए थे लेकिन जबतक उन्होंने साबुन लगाया टीम ने 5 विकेट गंवा दिए।” इसके बाद वह हबड़-तबड़ में क्रीज पर पहुंचे और नाबाद शतक जड़ डाला। बदकिस्मती से इंडियन फैंस कपिल की पारी के नजराने को नहीं देख पाए।
कपिल की इस पारी की वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं हो सकी, क्योंकि उस वक्त इंग्लैंड में वर्ल्ड कप के बीबीसी ब्रॉडकास्टर ने स्ट्राइक की थी। हालांकि, अगर आपको इस मैच का लुफ्त उठाना है या इसके बारे में और जानना है तो आप बॉलीवुड स्टार रणवीर सिंह की 83 मूवी देख सकते हैं। क्योंकि उनकी ये मूवी इसी ओडीआई वर्ल्ड कप पर बेस है। इस मूवी में रणवीर ने कपिल देव का किरदार निभाया। ये मूवी बेहद दिलचस्प और इमोशनल है।