भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच खेली गई 5 मैचों की T20I सीरीज को भारत ने 3-2 से जीत लिया है। इस सीरीज को जीतने के बाद से ही सोशल मीडिया के जरिए दिग्गज खिलाड़ी व फैंस टीम इंडिया की तारीफ करते नजर आ रहे हैं। इस बीच भारत के विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने भारतीय टीम को उनकी 1983 में विश्व कप जीतने वाली टीम से भी बेहतर करार दिया है।
1983 वाली टीम से बेहतर है विराट सेना
कपिल देव की कप्तानी में भातीय क्रिकेट टीम (Team India) ने 1983 में पहला आईसीसी विश्व कप जीतकर भारतीय क्रिकेट को विश्व क्रिकेट में नई पहचान दिलाई थी। मगर विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव का मानना है कि मौजूदा वक्त में विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया उस टीम से बेहतर है। बिहार क्रिकेट लीग के उद्घाटन पर शनिवार को पटना पहुंचे कपिल देव ने कहा,
"निसंदेह वर्तमान समय की भारतीय टीम ज्यादा बेहतर है। हमारे समय में ऑलराउंडर ज्यादा थे। युवा और अनुभवी क्रिकेटरों वाली विराट की टीम में अच्छे बल्लेबाज और गेंदबाज हैं। क्षेत्ररक्षण इस टीम का प्लस प्वाइंट है। हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ऑलराउंडर की भूमिका को बखूबी अंजाम दे रहे हैं।"
ईशान किशन की कपिल देव ने की तारीफ
बिहार के जन्मे ईशान किशन ने इंग्लैंड के खिलाफ Team India में डेब्यू किया और डेब्यू मैच में ही कमाल कर दिखाया। इससे पहले ईशान मुंबई इंडियंस व घरेलू झारखंड की टीम के लिए काफी शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं। कपिल देव ने ईशान को लेकर कहा,
"इशान जैसे क्रिकेटर को देखकर अच्छा लगता है। भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए उसने काफी मेहनत की है। हालांकि एक मैच से उसका आंकलन नहीं किया जा सकता। उसे लगातार अच्छी पारी खेलनी होगी। इशान जैसे क्रिकेटरों की खोज के लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को बीसीएल जैसे साल में 20 टूर्नामेंट कराने होंंगे।"
Team India को प्रदर्शन में लानी होगी निरंतरता
इंग्लैंड के साथ खेली गई 5 मैचों की T20I सीरीज काफी अहम थी, क्योंकि साल के आखिर में भारत की मेजबानी में टी20 विश्व कप खेला जाने वाला है, जिसे भारतीय टीम हर हालत में जीतना चाहेगी। कपिल देव ने भारत की गेंदबाजी के बारे में बात करते हुए कहा,
"इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। भारतीय टीम को अपने प्रदर्शन में निरंतरता लानी होगी। अपने घर में विश्व कप खेलने का भारतीय क्रिकेटरों को फायदा जरूर मिलेगा, लेकिन दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरने का दबाव भी उन्हें झेलना होगा।"