भारत-इंग्लैंड (ENG vs IND) के बीच खेला गया नॉर्टिंघम टेस्ट मैच बारिश की वजह से ड्रॉ हो गया है. मुकाबले के ड्रॉ होने के बाद जो रूट (Joe Root) ने बड़ा बयान दिया है. दरअसल इस मैच में भारत को जीत के लिए सिर्फ 157 रनों की जरूरत थी. लेकिन, बारिश ने इस मुकाबले के रोमांच में खलल डालने का कोई कसर नहीं छोड़ा. तय समय से लेकर बारिश का सिलसिला जारी रहा. लगातार खराब मौसम को देखते हुए भारत ने मैच को ड्रॉ करने का फैसला किया है.
मैच ड्रॉ होने के बाद इंग्लिश कप्तान बने मैन ऑफ द मैच
मैच के ड्रॉ होने के बाद कप्तान जो रूट (Joe Root) को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया है. इस मुकाबले की दोनों ही पारियों में उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए टीम की वापसी कराई थी. पहले पारी में उनके बल्ले से बेहतरी अर्धशतकीय (64) पारी निकली थी. इसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने बेहतरीन शतकीय (109) पारी के दम पर इंग्लैंड का स्कोर 309 रन पर पहुंचाने में खासा मदद की थी. उनके इस प्रदर्शन के आधार पर उन्हें मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया है.
इस मुकाबले के ड्रॉ होने के बाद जो रूट (Joe Root) ने अपने बयान में कहा कि,
"मौसम ने मुकाबले में बाधा पैदा कर दी नहीं तो मैच का अंतिम दिन बेहद दिलचस्प होता. खेलने और देखने में टेस्ट मैच बेहद शानदार है. सीरीज को वास्तव में अच्छी तरह से सेट करता है और उम्मीद है कि हम इसे अगले खेलों में ले जा सकते हैं. हमें निश्चित रूप से विश्वास था कि हम जीत सकते हैं.
हम जानते थे कि हमारे पास मौके होंगे अगर हमने कैच लपके और अपने बाउंड्री को बचाए रखा. यह शर्म की बात है कि ये मुकाबला इस तरह से खत्म हुआ. लेकिन, कुछ विभाग ऐसे हैं जहां हम बेहतर होना चाहते हैं".
अपनी बल्लेबाजी के साथ भारतीय गेंदबाजों की तारीफ में पढ़े कसीदे
इसी सिलसिले में बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि,
"हम उच्च क्रम में बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं और कैच नहीं छोड़ना चाहते हैं. हमें बेहतर किरदार की जरूरत है. हम उस उत्साह को बनाए रखना चाहते हैं. यहां रन बनाना मजेदार है और वाकई यह शानदार खेल है. वास्तव में हम अवसरों का आनंद ले रहे हैं.
इसलिए शेड्यूल और सेटअप में बदलाव होने तक हमें इससे पूरी तरह से निपटना होगा. अनुभवी खिलाड़ियों के लिए सफेद गेंद से टेस्ट क्रिकेट में जाना आसान होता है. लेकिन, युवा खिलाड़ियों के पास ऐसा एक्सपीरियंस नहीं हो सकता है".
आगे बातचीत करते हुए जो रूट (Joe Root) ने यह भी कहा कि,
"यह हमारे युवाओं के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होगा. लेकिन यह किसी तरह का कोई बहाना नहीं है. आखिर में अपने शतक तक पहुंचना मेरे लिए राहत की बात थी कि मैं दिन भर कैसा खेलता रहा. मुझे लगता है कि भारत के पास बहुत अच्छा सीम अटैक है और उन्होंने जिस तरह से गेंदबाजी की उसका श्रेय उन्हें ही जाता है. मैं बस कुछ शॉट्स के साथ उन पर दबाव बनाना चाहता था".