Jitesh Sharma: आईपीएल 2022 में पंजाब किंग्स का सफर अब तक सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है. इस साल मयंक अग्रवाल की अगुवाई में पंजाब ने 2 मुकाबले खेले हैं और दोनों में जीत दर्ज की है. जहां पहले मुकाबले में आरसीबी के खिलाफ बल्लेबाज़ों ने कहर बरपाया था वहीं सीएसके के खिलाफ दूसरे मुकाबले में गेंदबाज़ों ने आग उगली थी. हालांकि इस बीच पंजाब किंग्स के खेमे में एक अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी ने सबको अपनी ओर आकर्षित किया है, और वो है जितेश शर्मा (Jitesh Sharma).
इस वजह से किया था क्रिकेट खेलना शुरू
आपको बता दें कि विकेटकीपर बल्लेबाज़ जितेश शर्मा (Jitesh Sharma) का पहला प्यार क्रिकेट नहीं बल्कि फुटबॉल था. उन्होंने क्रिकेट को महज़ 4 प्रतिशत एक्स्ट्रा मार्क्स के लिए अपनाया था. हाई स्कूल में उन्हें क्रिकेट खेलने का मौका मिला था. जिसके बाद जितेश रुके नहीं.
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ दूसरे मुकाबले में पंजाब को जीत दिलाने में जितेश शर्मा ने अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने टीम के लिए महत्वपूर्ण 26 रन की पारी खेली थी, साथ ही दो कैच भी लपके थे. जिसमें से एक कैच विश्व के नंबर वन फिनिशर कहलाए जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी का था. ऐसे में पंजाब किंग्स ने वो मुकाबला 54 रनों से जीत लिया था.
Jitesh Sharma के परदादा थे सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर
28 वर्षीय जितेश शर्मा (Jitesh Sharma) जो आईपीएल में पंजाब किंग्स के लिए खेल रहे हैं, उनके परदादा सवतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर थे. जितेश ने पंजाब किंग्स की ऑफिशियल वेबसाइट पर कहा,
"जब मैं एक बच्चा था, तो मैं भारतीय वायु सेना में जाने की सोचता था। मेरी पृष्ठभूमि सेना से काफी जुड़ी हुई है. मेरे परदादा सुभाष चंद्र बोस के लिए एक ड्राइवर थे, जब भारतीय राष्ट्रीय सेना सीमा पर थी. उन कहानियों को सुनने के बाद, मैं भारतीय सेना में जाना चाहता था."
उन्होंने आगे बताया,
"मैं फुटबॉल की ओर अधिक आकर्षित हुआ क्योंकि यह शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण खेल था। यह मेरे लिए स्वाभाविक रूप से आया था। इसलिए मैं स्कूल और दोस्तों के साथ फुटबॉल खेलता था, लेकिन उनकी स्कूल टीम फुटबॉल के मामले में उतनी अच्छी नहीं थी और प्रबंधन ने क्रिकेट खेलने वाले व्यक्ति के लिए अतिरिक्त भत्ते की पेशकश की."
बहरहाल, जितेश ने इस बात का भी ज़िक्र किया कि इस सीज़न उनका लक्ष्य पंजाब किंग्स को आईपीएल का पहला खिताब जितवाने में पूरी मदद करना है.