इंग्लैंड दौरे के लिए चुनी गई 24 सदस्यीय टीम में 20 खिलाड़ी मुख्य टीम का हिस्सा हैं. तो वहीं 4 खिलाड़ियों को बैकअप के तौर पर टीम के साथ चुना गया है. इस लंबी लिस्ट में कई तेज गेंदबाज शामिल हैं. लेकिन, जयदेव उनादकट (Jaydev unadkat) को फिर से चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज कर दिया है. साल 2010 में पहली टेस्ट डेब्यू करने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज का करियर कुछ खास अच्छा नहीं रहा है. आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद उन्हें अच्छी-खासी पॉपुलैरिटी हासिल हुई. लेकिन, घरेलू क्रिकेट में बेहतर करने के बाद भी सीनियर टीम में उनकी जगह नहीं बन पाई. हाल ही में क्रिकेटर ने चेतेश्वर पुजारा (cheteshwar pujara) को लेकर बड़ी बात कही है.
पुजारा तेज गेंदबाज को देते हैं अच्छी सलाह
हाल ही में अपने क्रिकेट करियर को लेकर 'स्पोर्ट्सकीड़ा' से बातचीत करते हुए जयदेव उनादकट (Jaydev unadkat) ने कहा कि,
'चेतेश्वर पुजारा मेरे करीबी दोस्त हैं और हमने साथ में काफी वक्त तक क्रिकेट खेला है. लेकिन, जब बीते साल उन्होंने मुझसे कहा कि मैं टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार हूं. तो वो बात मेरे लिए खासा मायने रखती है. क्योंकि जब अच्छा प्रदर्शन नहीं करता तब भी वो पहले खिलाड़ी हैं, जो इस बारे में मुझे बताते हैं.'
पुजारा ने बताया कि, मैं अच्छी लय में हूं- भारतीय तेज गेंदबाज
इसी सिलसिले में बात को आगे बढ़ाते हुए जयदेव उनादकट (Jaydev unadkat) कहा कि,
'5 से 6 साल पहले की बात है, जब मैं इंजरी से उबरकर आया तो पुजारा ने मुझे अपनी फिटनेस पर काम करने की सलाह दी थी. वो मेरे साथ हमेशा से ही काफी ईमानदार रहे हैं. बीते सीजन में उन्होंने खुद मुझसे ये कहा था कि, मैं अपनी सबसे अच्छी लय में हूं.
यह चीजें मेरे लिए काफी मायने रखती हैं. कई लोग भी रहे हैं, जो मुझसे ये बात कह चुके हैं कि, मैं सीनियर में जगह बनाने का हकदार हूं और कहा गया कि मुझे जल्द ही अपना मौका मिलेगा.'
भारत के लिए अभी तक 1 ही टेस्ट मैच खेला है तेज गेंदबाज
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, जयदेव उनादकट (Jaydev unadkat) ने टीम इंडिया के लिए सिर्फ एक ही टेस्ट मैच में देश का प्रतिनिधित्व किया है. इस मैच में उन्हें एक भी विकेट हासिल नहीं हुआ था. हालांकि उनके सीमित फॉर्मेट की बात करें तो उन्होंने कुल 17 मैच खेले हैं.
17 मैच में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 22 विकेट झटके हैं. लेकिन, टीम इंडिया में निरंतर अपनी जगह बनाने में वो पूरी तरह से नाकामयाब रहे. अंतिम बार उन्होंने 2018 में भारत की तरफ से बांग्लादेश के खिलाफ खेला था.