Jasprit Bumrah:मेलबर्न टेस्ट में भारतीय टीम का धमाकेदार प्रदर्शन रहा। शीर्ष और मध्यक्रम फ्लॉप रहने के बाद टीम इंडिया के लिए पुच्छले बल्लेबाजों ने कमाल की साझेदारी कर भारत को फॉलोऑन के संकट से बाहर निकाला। नीतीश रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने 8वें विकेट के लिए 127 रन की साझेदारी कर न सिर्फ टीम इंडिया को फॉलोऑन के साये से बाहर निकाला बल्कि ऑस्ट्रेलिया के 474 रन के करीब भी पहुंचा दिया।
हालांकि, भारत अभी भी ऑस्ट्रेलिया से 116 रन पीछे है, लेकिन तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक नीतीश कुमार रेड्डी और मोहम्मद सिराज नाबाद लौटे। दूसरी तरफ भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने कोंस्टास को लेकर एक बयान दिया, जिससे ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और क्रिकेट दिग्गज हैरान रह गए।
मैं काफी शानदार गेंदबाजी कर रहा हूं- बुमराह
बुमराह (Jasprit Bumrah) ने शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू कर रहे 19 साल के सैम कोंस्टास को लेकर एक बयान दियाय। भारत के इस स्टार गेंदबाज ने कोंस्टास को लेकर कहा कि उन्हें कभी नहीं लगा कि वह विकेट से दूर हैं। पहले दो ओवर में उन्हें कम से कम 6 से 7 बाहर आउट कर सकते थे। बुमराह ने एक ऑस्ट्रेलियाई मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि,
" मैं चीजों को उस तरह से नहीं देखता हूं। मैं काफी शानदार गेंदबाजी कर रहा हूं और नतीजे भी मेरे पक्ष में हैं, लेकिन अलग-अलग मैचों में मैंने काफी अच्छी गेंदबाजी की है और क्रिकेट में यही होता है कि कई बार आपको अच्छी गेंदबाजी पर विकेट मिलते हैं, लेकिन कई बार ऐसा भी होता कि अच्छी गेंदबाजी करने के बावजूद आपको एक भी विकेट नहीं मिलता है। मैंने 12 साल से भी अधिक समय से टी20 क्रिकेट खेला है और इसमें मेरा अनुभव काफी शानदार रहा है।"
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दो ओवर में कर देता 6-7 बार आउट- बुमराह
जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने आगे कहा कि,
"कोंस्टास एक रोचक बल्लेबाज हैं। मुझे उनके खिलाफ ऐसा नहीं लगा कि मैं उनकी विकेट से दूर हूं। मुझे ऐसा लगा कि शुरुआत में फेंके गए दो ओवर में मैं उन्हें 6 से 7 बार उन्हें अपना शिकार बना सकता था। कई मौकों पर आपको विकेट मिल जाती है और जब नहीं मिलती तो आप उसी व्यक्ति की आलोचना भी करते हैं। मुझे हमेशा से ही नई चुनौतियां का सामना करना पसंद है।"
इसके बाद बुमराह (Jasprit Bumrah) ने कहा कि मैंने पहली बार 2016 में वनडे में डेब्यू किया था और इसके बाद 2018 में टेस्ट डेब्यू किया था। ऑस्ट्रेलिया में खेलना हमेशा से ही काफी बेहतर रहा है और मैं यहां पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता हूं। यहां पर मुझे काफी सारी चुनौतियां मिलती हैं क्योंकि विकेट सपाट हैं और नई गेंद से कूकाबूरा से गेंदबाजों को मदद मिलती है लेकिन बाद में ऐसा नहीं होता है।
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