इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज का दूसरा मुकाबला रोमांचक तरीके से आगे बढ़ रहा है। मैच में पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पकड़ बना रखी है। लेकिन इस बीच इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज James Anderson ने बड़ा कारनामा कर दिखाया है। वह टेस्ट क्रिकेट में 100 बार नॉट आउट रहने वाले विश्व के पहले व एकमात्र खिलाड़ी बन गए हैं। मगर आपको ये जानकर हैरानी होगी कि टेस्ट में सर्वाधिक बार नॉटआउट रहने वाले टॉप-5 खिलाड़ियों में एक भी भारतीय शामिल नहीं है।
James Anderson 100 बार लौटे नाबाद
इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (James Anderson) मौजूदा समय में एशेज सीरीज के दूसरे मैच में एक्शन में नजर आ रहे हैं। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने टेस्ट क्रिकेट में इतिहास रच दिया है। 39 साल की उम्र में एंडरसन यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के पहले क्रिकेट भी बन गए हैं। दरअसल, एंडरसन ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 100 बार नॉटआउट रहने का कीर्तिमान रच दिया है।
ये उपलब्धि उन्होंने एडिलेट में खेले जा रहे मैच में हासिल की। जब इंग्लिश टीम ने मैच की पहली पारी में अपना 10वां विकेट स्टुअर्ट ब्रॉड के रूप में गंवाया और 11वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए James Anderson 5 रन पर नाबाद रहे।
टॉप-5 में नहीं कोई भारतीय
इंग्लैंड के दिग्गज पेसर James Anderson के बाद टेस्ट में सर्वाधिक बार नॉटआउट रहने के मामले में दूसरा नाम वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज कर्टनी वॉल्स (61) का आता है। तीसरे नंबर पर श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (56) मौजूद है। इंग्लैंड के बॉब विल्स (55) बार अपने टेस्ट करियर में नाबाद रहे थे। 5वें नंबर पर न्यूजीलैंड के क्रिस मार्टिन (52) का नाम आता है।
मगर हैरानी की बात ये है कि टॉप-5 में कोई भारतीय शामिल नहीं है। इशांत शर्मा का नाम इस लिस्ट में 8वें नंबर पर आता है, जो (47) बार नाबाद लौटे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के हाथ में दिख रहा है मैच
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेट में खेले जा रहे दूसरा मैच फिलहाल पूरी तरह से कंगारु टीम के हाथ में नजर आ रहा है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 473-9 के स्कोर पर पारी घोषित कर दी। इसके बाद कंगारु गेंदबाजों ने इंग्लैंड को 236 पर ही समेट दिया।
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 230-9 के स्कोर पर फिर पारी घोषित कर दी और 468 रनों का लक्ष्य निर्धारित किया है। बता दें, एशेज सीरीज का पहला मैच जो गाबा में खेला गया था, उसे मेजबान टीम ने 9 विकेट से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की थी।