टीम इंंडिया ऑस्ट्रेलिया में 16 अक्टूबर से खेले जाने वाले टी20 विश्व कप के लिए रवाना हो चुके हैं. जिसमें कई खिलाड़ियों की वापसी हुई. जबकि कई खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया है. हालांकि इस टूर्नामेंट में बुमराह के बाहर हो जाने के बाद रिप्लेसमेंट की घोषणा नहीं की गई. अभी यह देखना दिलचस्प हो गा कि उनकी जगह किस खिलाड़ी को शामिल किया जा सकता हैं. वहीं टीम इंडिया अनुभवी पेसर को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है, जी हां हम बात कर रहे हैं ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) की. जो सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टी20 टूर्नामेंट के लिए दिल्ली धमाल मचाने के लिए तैयार नजर आ रहे हैं.
Ishant Sharma इस टूर्नामेंट में खेलते हुए आएंगे नजर
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) लंबे समय से वनडे और टी20 से बाहर चल रहे हैं. हालांकि उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी से टीम इंडिया को काफी मैच जिताए हैं. हालांकि उनके पास सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के जरिए टीम में जगह बनाने का सुनहरा मौका होगा. बता दें कि 11 अक्टूबर से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) खेली जानी है. दिल्ली टीम की कमान 28 साल के बल्लेबाज नीतीश राणा संभालेंगे और ईशांत शर्मा इस टीम का हिस्सा होंगे. ऐसे में बड़ा सवाल ये हैं कि साल2007-8 टीम से बाहर चल रहे ईशांत अच्छा प्रदर्शन दिखा कर टीम में वापसी की दावेदारी ठोक सकते हैं.
कुछ ऐसा रहा ईशांत का करियर
ईशांत शर्मा (Ishant Sharma)34 साल के हो चुके हैं और टीम इंडिया में युवा खिलाड़ियों की इस समय भरमार है. जिसकी वजह से उनका टीम में वापसी कर पाना मुश्किल हो रहा है. ऐसे उनका भविष्य में टीम इंडिया के लिए खेलना खतरे में नजर आ रहा है. ईशांत शर्मा इसी साल मार्च में रणजी ट्रॉफी में खेलते नजर आए थे.
पिछले साल ईशांत ने कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच खेलते हुए नजर आए थे. बता दें कि ईशांत ने 105 टेस्ट, 80 वनडे और 14 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं. उन्होंने वनडे में 115 और टी20 अंतरराष्ट्रीय फॉर्मेट में आठ विकेट लिए हैं. फर्स्ट क्लास करियर में उनके नाम 482 विकेट हैं.
सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के लिए दिल्ली की टीम: नीतीश राणा (कप्तान), हिम्मत सिंह (उप-कप्तान), हितेन दलाल, यश ढुल, अनुज रावत (विकेटकीपर), ऋतिक शौकीन, आयुष बदोनी, ललित यादव, ईशांत शर्मा, नवदीप सैनी, सिमरजीत सिंह, मयंक यादव, शिवांक वशिष्ठ, देव लाकड़ा, प्रदीप सांगवान और प्रांशु विजयारन.