Mumbai Indians: इंडियन प्रीमियर लीग 2024 से पहले एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. 5 बार आईपीएल का खिताब जिताने वाले कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने हटा दिया है. उनकी जगह ट्रेड विंडो के रास्ते गुजरात से मुंबई पहुँचे हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को नया कप्तान बना दिया गया है. टीम मैनेजमेंट का ये फैसला काफी हैरानी भरा है और इसकी वजह से टीम को काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. टीम के फॉलोअर्स कम हो रहे हैं और विरोध में सोशल मीडिया पर कैंपेन चल रहा है. आईए समझते हैं कि मुंबई द्वारा रोहित को हटाकर हार्दिक को कप्तान बनाने का फैसला गलत है या सही.
Mumbai Indians द्वारा गलत समय पर लिया गया फैसला
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) 2013 से मुंबई इंडियंस की कप्तानी कर रहे हैं. रोहित के कप्तान बनने से पहले 5 साल में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) एक बार भी चैंपियन नहीं बनी थी लेकिन 10 सालों की कप्तानी में रोहित ने मुंबई को 5 बार चैंपियन बनाया. इस प्रकार रोहित ने टीम को एक सफल ब्रांड के रुप में बदला.
अगर हार्दिक को कप्तान बनाना था तो मुंबई ट्रेड विंडो के खुले होने पर ही बना देती जिससे रोहित के पास किसी और टीम से जुड़ने का मौका रहता लेकिन टीम ने यहां रोहित के साथ गलत किया उन्हें भ्रम में रखा और ट्रेड विंडो बंद होने के बाद उन्हें कप्तानी से हटाया. ये धोखा देने जैसा है. ऐसे में रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाने का फैसला गलत समय पर लिया गया फैसला है.
ब्रांड रोहित के सम्मान के साथ खिलवाड़
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को बतौर कप्तान IPL में कुछ भी साबित नहीं करना है. वे मुंबई को 5 खिताब जीता चुके हैं. हां पिछले 2 सीजन मुंबई के लिए अच्छे नहीं रहे हैं लेकिन इसके पीछे सिर्फ रोहित का दोष नहीं है. अच्छे खिलाड़ियों की कमी और इंजरी ने मुंबई के लिए परिणाम को नकारात्मक बनाया है.
फिर भी अगर मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) को रोहित को कप्तानी से हटाना था तो वे IPL 2022 के बाद हटा देते तो शायद इतना बवाल न होता और लोग खराब प्रदर्शन के आधार पर इस फैसले को सहज स्वीकार कर लेते. लेकिन विश्व कप 2023 के बाद रोहित बतौर कप्तान एक ब्रांड बन गए हैं. उम्मीद की जा रही है कि वे टी 20 विश्व कप 2024 में भी टीम इंडिया की कमान संभालें ऐसे में उन्हें मुंबई इंडियंस की कप्तानी से हटाना ब्रांड रोहित के साथ एक खिलवाड़ है.
प्रदर्शन के आधार पर भी फैसला गलत
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) का IPL के कुछ सीजन में प्रदर्शन उनकी क्षमता के अनुरुप नहीं रहा है. अच्छा प्रदर्शन न होना किसी भी खिलाड़ी के लिए प्लेइंग XI में जगह को मुश्किल बनाता है. लेकिन पिछले कई वर्षों में रोहित के खिलाफ मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने कुछ नहीं किया.
वहीं जब वनडे विश्व कप 2023 में टी 20 के अंदाज में 11 मैचों में 597 रन ठोककर रोहित ने दुनियाभर के गेंदबाजों के मन खौफ पैदा कर दिया और अपनी एक अलग छवि बनाते हुए फॉर्म में दमदार एंट्री की तो उन्हें उनकी IPL टीम से धोखा मिला. इसलिए प्रदर्शन के आधार पर भी रोहित कप्तानी से हटाने का फैसला गलत है.
हार्दिक के खिलाफ ये बातें
मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) द्वारा हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को कप्तान बनाने की जल्दीबाजी हैरान करती है. इसके कई कारण हैं. गुजरात से जुड़ने के बाद हार्दिक ने मुंबई की आलोचना की थी फिर भी उन्हें वापस बुलाकर कप्तान बनाया गया.
हार्दिक के पास कप्तानी का सिर्फ 2 सीजन का अनुभव है जबकि रोहित के पास 10 सीजन का जिसमें 5 बार उन्होंने टीम को चैंपियन बनाया है. रोहित ने टीम को जोड़कर रखा था जबकि हार्दिक के आते ही टीम में फूट के संकेत मिल रहे हैं. इसका उदाहरण जसप्रीत बुमराह और सर्यकुमार यादव के सोशल मीडिया पोस्ट हैं. अब देखना होगा कि इमानदारी, अनुभव, गुटबाजी और फैंस की नाराजगी को हार्दिक IPL 2024 में कैसे झेलते हैं.
ये भी पढ़ें- रोहित शर्मा से छीनी गई कप्तानी, तो फैंस ने मुंबई इंडियंस की जर्सी में लगाई आग, वायरल हुआ VIDEO
ये भी पढ़ें- BCCI ने बनाया मस्त प्लान, क्रिकेट के मैदान पर होगी सचिन-सहवाग वापसी, इस लीग में खेलेंगे युवा समेत रिटायर्ड प्लेयर्स